भीलवाड़ा: भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान की भीलवाड़ा संसदीय सीट से जीत दर्ज कर ली है. भीलवाड़ा लोकसभा सीट से सुभाष चंद्र बहेड़िया बीजेपी के उम्मीदवार हैं. एक तरफ राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत के बाद पार्टी के हौसले बुलंद थे मगर लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों के रूझान के देखकर यह कहना होगा कि 2019 के लोकसभा चुनाव ने राजस्थान के राजनीतिक इतिहास को पलट कर रख दिया है. 


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गौरतलब है कि, राजस्थान में इस तरह का ट्रेंड रहा है कि जिस पार्टी की सरकार विधानसभा में बनती है, लोकसभा में भी उसी दल का दबदबा रहता है. यही कारण है कि 2013 के विधानसभा चुनाव में बहुमत से जीती बीजेपी ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 25 सीटों पर कब्जा जमा लिया लेकिन बाद में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने अलवर और अजमेर सीट पर वापसी कर ली. लेकिन इस बार ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है. 


भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो भीलवाड़ा जिले की 7 विधानसभा- आसींद, भीलवाड़ा, मांडलगढ़, शाहपुरा, जहाजपुर, सहाड़ा, मांडल और बूंदी जिले की एक विधानसभा हिड़ोली आती है. भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां अब तक कुल 16 चुनाव में 8 बार ब्राह्मण प्रत्याशियों ने ही बाजी मारी है. यहां की जनता ने 9 बार कांग्रेस, 4 बार बीजेपी, 1 बार जनता दल, 1 बार बीएलडी के प्रत्याशी को चुनाव में जिताकर संसद भेजा. फिलहाल भीलवाड़ा से बीजेपी के सुभाष चंद्र बहेड़िया सांसद हैं. इससे पहले 1998 में भी बहेड़िया यहां के सांसद रह चुके हैं. 


कपड़ा नगरी के नाम से मशहूर भीलवाड़ा लोकसभा प्रदेश की सामान्य सीट है और राजस्थान के मेवाड़-वागड़ क्षेत्र का हिस्सा है. साल 2011 की जनसंख्या के मुताबिक यहां की जनसंख्या 27,53,390 है. जिसका 80.61 प्रतिशत हिस्सा ग्रामीण और 19.39 प्रतिशत हिस्सा शहरी है. जातियों की बात करें तो भीलवाड़ा में सबसे ज्यादा 3 लाख ब्राह्मण हैं जो कुल आबादी के लगभग 15 फीसदी हैं. जबकि दूसरे नंबर पर 1.5 लाख के करीब गुर्जर मतदाता हैं.


साल 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां 63 फीसदी मतदान हुआ था. जिसमें बीजेपी को 57.09 फीसदी और कांग्रेस को 34.78 फीसदी वोट मिले थे. बीजेपी के पूर्व सांसद सुभाष बहेड़िया ने कांग्रेस उम्मीदवार अशोक चांदना को 2,46,264 मतों के भारी अंतर से हराया था.