#YogiOnZee: पहले चुनाव में CM योगी को एक गांव से मिले थे केवल 3 वोट, अगले चुनाव में बदल गई तस्वीर
जी न्यूज के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी के साथ इस शुद्ध राजनीतिक इंटरव्यू में सीएम योगी ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के साथ ही उनके द्वारा किए गए कामों पर वोट मिलेगा.
वाराणसी/नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के छठवें चरण के मतदान से पहले जी न्यूज को दिए इंटरव्यू में कई सवालों के जवाब दिए. उन्होंने अली और बजरंग बली के सवाल से लेकर यूपी विजय के 'योगी प्लान' पर भी खुलकर अपना पक्ष रखा.
जी न्यूज के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी के साथ इस इंटरव्यू में सीएम योगी आदित्यानाथ ने अपने पहले लोकसभा चुनाव लड़ने के दौरान का एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि 1998 में जब मैंने पहली बार चुनाव लड़ा था तो, गोरखपुर एक से मुझे केवल तीन ही वोट मिले थे. मुझे जिस परिवार के वोट मिले थे, वो मुझसे जुड़ा हुआ था. चुनाव के बाद मैं उस गांव में गया. वहां जाकर लोगों से पूछा कि मैं पहली बार चुनाव लड़ा था, मेरे कोई खास छवि नहीं थी, फिर आप लोगों ने वोट क्यों नहीं दिया. जब मैंने गांव के लोगों से कारण जाना तो पता चला कि गांव के लोगों ने एक जाति विशेष के उम्मीदवार को वोट दिए हैं.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ग्रामीणों ने मुझसे कहा कि यहां बिजली नहीं है. मैंने अपनी सांसद निधि से तत्काल 10 लाख रुपये उस गांव के बिजलीकरण के लिए जारी किये. उन्होंने कहा कि 13 महीने बाद दोबारा चुनाव हुए तो, उस गांव से मुझे 95 फीसदी वोट मिले थे. उन्होंने कहा कि लोग विकास के साथ है. जाति-पंथ-मजहब को पीछे छोड़कर लोग अब विकास के नाम पर वोट देते हैं. सीएम योगी ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के साथ ही उनके द्वारा किए गए कामों पर वोट मिलेगा.
क्या इस बार भी 2014 जैसी जीत मिलेंगी
इस सवाल पर सीएम योगी ने कहा, हम यूपी में 51 फीसदी से ज्यादा वोट पाने की राजनीति कर रहे हैं. हमारा मानना है कि इतने वोट के सहारे हम 74 सीटों से ज्यादा यूपी में जीतेंगे. पिछली बार सिर्फ पीएम मोदी का नाम था, इस बार उनका काम भी है.
तुष्टिकरण की राजनीति बंद हुई
सीएम योगी ने कहा, जब से मोदी जी ने सत्ता संभाली है तब से देश में तुष्टिकरण की राजनीति बंद हुई है. जो लोग खुद को एक्सीडेंटल हिंदू बताते थे, उनकी चौथी पीढ़ी अब मंदिर मंदिर घूम रहे हैं. ये लोग तो राम और कृष्ण के अस्तित्व पर भी सवाल उठाते थे.