बक्सर : लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों की तरफ से अभी से ही दांव-पेंच का सिलसिला शुरू हो चुका है. सभी पार्टियां एक दूसरे को शिकस्त देने की कोशिशों में अभी से ही जुट गई हैं और इसको लेकर तमाम तरह के दावे भी किए जा रहे हैं. दरअसल इस बार के चुनाव में एनडीए गठबंधन और महागठबंधन के बीच सीधी लड़ाई है. लिहाजा दोनों दलों के नेता एक-दूसरे की जीत और हार का दवा भी करते नजर आ रहे हैं.


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इस बीच नेता अपने-अपने मुद्दे भी गिना रहे हैं. बक्सर के पूर्व सांसद और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता जगदानंद सिंह ने कहा है कि महागठबंधन का मुद्दा इस बार देश को बचाना है और जुमलेबाजों को सबक सिखाना है. देश में बेरोजगारों और जवानों के साथ-साथ किसानों को छलने वालों को देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी. 


वहीं, दूसरी तरफ महागठबंधन के सहयोगी दल कांग्रेस भी राजनीतिक समीकरण बैठाने में जी जान से लगी है. बक्सर से कांग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने दावा किया है कि इस बार जेडीयू विधायक ददन पहलवान चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगे, इसलिए महागठबंधन का पलड़ा भारी है. उनके खाते का ब्राह्मण वोट भी महागठबंधन को जाएगा, जिससे एनडीए के बक्सर से प्रत्याशी अश्विनी कुमार चौबे की हार निश्चित है.


यह अलग बात है कि बक्सर सीट से महागठबंधन ने अभी तक अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है, लेकिन कहा जा रहा कि इस बार भी आरजेडी नेता जगदानंद सिंह ही महागठबंधन के प्रत्याशी होंगे.


जाहिर है चुनावी मौसम में जब नेताओं के जुबानी वाण चलेंगे तो पलटवार भी जरूर होगा. एनडीए के सहयोगी दल जेडीयू ने अश्विनी कुमार चौबे को प्रत्याशी बनाए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि इस बार वह बम्पर वोट से चुनाव जीतेंगे और एक बार फिर संसद जाएंगे. सहयोगी दल होने के साथ हम पूरी ताकत से साथ खड़े हैं.