छत्तीसगढ़ में पांच करोड़ रुपए के साथ चार हजार 651 लीटर अवैध शराब जब्त
राज्य में अवैध धनराशि तथा सामान की बरामदगी का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. यह आंकड़ा बढ़कर पांच करोड़ रूपए से अधिक हो गया है.
नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर निगरानी दलों ने अब तक पांच करोड़ रूपए से अधिक की अवैध धनराशि व सामान बरामद करने में सफलता हासिल की है. राज्य के मुख्य निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने यहां बताया कि राज्य में तीन चरणों में हो रहे चुनाव में निगरानी दल निरंतर अभियान चला रहे हैं. इसके साथ ही राज्य में अवैध धनराशि तथा सामान की बरामदगी का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. यह आंकड़ा बढ़कर पांच करोड़ रूपए से अधिक हो गया है.
अधिकारियों ने बताया कि निगरानी दल, धन और वस्तुओं के अवैध परिवहन तथा संग्रहण पर नजर रखे हुए हैं. राज्य में इस महीने की छह तारीख तक पांच करोड़ सात लाख 97 हजार 268 रूपए की राशि तथा वस्तुएं बरामद की गई है. इसमें सवा चार करोड़ रूपए से अधिक नकद राशि बरामद की गई है.
छह अप्रैल तक जब्त इन वस्तुओं में चार करोड़ 34 लाख 19 हजार 205 रूपए नकद शामिल है, वहीं इस दौरान चार हजार 651 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है, जिसकी कीमत आठ लाख 31 हजार 868 रूपए है.
सघन जांच अभियान के तहत अधिकारियों ने अवैध लैपटाप, साड़ी, प्रेशर कुकर आदि भी जब्त किए हैं, जिनकी कीमत 48 लाख 86 हजार 695 रूपए है. साथ ही 16 लाख पचास हजार रूपए के आभूषण तथा रत्न शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि राज्य भर में जिला निर्वाचन कार्यालयों द्वारा गठित सचल दस्तों ने नकद तथा सामानों की जब्ती की है, तथा दोषी व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार मामले भी दर्ज किए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस, आबकारी और आयकर विभाग के अधिकारियों द्वारा राज्य के हर जिले में सघन जाँच अभियान चलाया जा रहा है.
छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों के लिए तीन चरणों में 11 अप्रैल, 18 अप्रैल और 23 अप्रैल को मतदान होगा। पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा सीट के लिए, दूसरे चरण में कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद लोकसभा सीट के लिए तथा तीसरे चरण में रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा, जांजगीर चांपा, दुर्ग और सरगुजा लोकसभा सीट के लिए मतदान होगा.
लोकसभा निर्वाचन के दौरान तीन चरणों में राज्य के एक करोड़ 89 लाख 16 हजार 285 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर 166 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे. इसके लिए 15 हजार 365 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं.