पणजी: क्षेत्रफल के लिहाज से सबसे छोटे राज्य गोवा में लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है. 12000 सरकारी अधिकारी सहित 8000 पुलिस बल की तैनाती के साथ तकरीबन 11 लाख 35 हजार लोगों के लिए चुनाव के महापर्व को शामिल करने और हर सहूलियत देने के लिए मुस्तैद है. गोवा के इस चुनाव में दो संसदीय सीट हैं तो 3 विधान सभा पर उपचुनाव भी होने हैं.


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गोवा में चुनाव के दौरान भी पर्यावरण का ख्याल रखा जाएगा. इसलिए चुनाव अधिकारियों को बांस के बने बास्केट और ट्रे सहित स्टेशनरी देकर विशेष ट्रेनिंग दी गई. जो बोल नहीं सकते, जो चल नहीं सकते उनके लिए एक सहायक की सहूलियत भी पोलिंग सेंटर पर होगी.


दोनों संसदीय क्षेत्रों को 1652 पोलिंग बूथ पर 11,35,810 वोटर अपने मतदान का उपयोग करेंगे. इनमें 55,66,250 लोग उत्तर गोवा के मतदाता हैं, दक्षिण गोवा में 5,79,185 वोटर वोट डालेंगे. गोवा के 7474 वोटर जो शारिरीक रूप से पोलिंग बूथ तक जाने में असमर्थ लोगों को भी मतदान केन्द्र तक लाने और वरिष्ठ नागरिकों के लिए पोलिंग स्टेशन पर व्हील चेयर की व्यवस्था और रैंप भी बनाए गए हैं.


गोवा के उत्तर गोवा और दक्षिण गोवा के अलावा शिरोडा, मपोसा, मेनडरिम पर भी चुनाव होने हैं. गोवा के अपने खास मिजाज को देखते हुए इस बार अपने गोवा में इको फ्रेंडली चुनाव सामग्री का उपयोग किया जा रहा है. इस तरह की सहूलियत को हर मतदान केन्द्र पर ले जाने के लिए 12000 हजार पोलिंग अधिकारी और 8000 सुरक्षाकर्मी चुनाव शांति पूर्ण चुनाव करने के लिए मुस्तैद हैं. गोवा के बाम्बेलीन स्टेडियम में मुख्यालय बनाया गया है.


चुनाव को सहज तरीके से कराने के लिए अधिकारी अमित कुमार के मुताबिक, "चुनाव में जो भी स्टेशनरी इस्तेमाल करने के लिए दी गई है, वह इको‌‌ फ्रेंडली है. पोलिंग स्टेशनों पर लोगों को लाने के लिए सभी तरह की ट्रेनिंग पर पूरी कर ली गई है."


गोवा के अधिकांश पोलिंग स्टेशनों को आदर्श पोलिंग स्टेशन के तौर पर रखा गया है. पोलिंग स्टेशन पर बाहर ही ब्लॉक अधिकारियों के नंबर लिखे गए हैं जिससे कोई असुविधा न हो. गोवा के पंजि‍म विधानसभा सीट के 16 नं पोलिंग स्टेशन के ब्लॉक अधिकारी के मुताबिक--" हमारी जिम्मेदारी इस लिए भी अहम हो जाती है कि हम स्थानीय तौर पर हर किसी को जानते हैं और ये निगरानी रखते हैं कि कोई गलत व्यक्ति किसी और के नाम पर मतदान करने ना पहुँचे."


गोवा में पहले से ही मतदान के प्रति जागरूकता रही है. इस चुनाव में लोगों के बढ़चढ़ के शामिल होने की उम्मीद है. अनुमान है कि मतदान प्रतिशत 80 फ़ीसदी हो सकता है.