नई दिल्लीः भोपाल लोकसभा सीट (Bhopal Lok Sabha Seat) से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और केंद्रीय मंत्री उमा भारती की सोमवार को मुलाकात के बाद भावुक होकर रोने का वीडियो सामने आने के बाद आने पर कांग्रेस नेता ने दोनों की मुलाकात पर तंज कसा है. जिसमें उन्होंने साध्वी प्रज्ञा और उमा भारती की मुलाकात और दोनों के भावुक पलों को राजनीतिक लालसा करार दिया है. उमा भारती और साध्वी प्रज्ञा के आपस में मिलकर फूट-फूट कर रोने वाले इस वीडियो को शेयर करते हुए मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने इसे राजनीतिक लालसा के लिए विलाप करार दिया है.


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प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने ट्वीट करते हुए कहा कि 'दो राजनीतिक साध्वियों का विलाप. संत समाज को सकारात्मकता देता है, जीवन को खुशी-खुशी जीने की दिशा देता है. दो राजनीतिक साध्वियों का राजनीतिक लालसा के लिए विलाप, भोपाल की जनता तय करें.!' बता दें अपने इस ट्वीट में पहले लालसा की जगह वासना शब्द का इस्तेमाल किया था, जिस पर विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने वासना शब्द हटाकर उसे लालसा कर दिया.



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बता दें बीजेपी के साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को अपनी प्रत्याशी बनाने के बाद से ही भोपाल लोकसभा सीट इन दिनों हर तरफ ही चर्चा का विषय बनी हुई है. जहां पहले बीजेपी उमा भारती और साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बीच तल्खी की चर्चा हो रही थी, तो वहीं सोमवार (29 अप्रैल) को बीजेपी की इन दोनों महिला नेताओं को गले लगते देख हर कोई कन्फ्यूज हो गया. बता दें भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सोमवार को केंद्रीय मंत्री उमा भारती से मिलने उनके निवास गई थीं, जहां दोनों ने काफी देर तक बातचीत की. इस दौरान उमा भारती ने साध्वी प्रज्ञा के पैर भी धोए और उनका टीका करके उन्हें खीर भी खिलाई. जिसके बाद विदा लेते हुए साध्वी प्रज्ञा और उमा भारती आपस में गले मिलकर रोने लगीं.


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साध्वी प्रज्ञा से मुलाकात के बाद बीजेपी नेता उमा भारती ने कहा कि मैं उनका बहुत सम्मान करती हूं. मैंने उन पर हुए अत्याचार देखे हैं. इस मायने में वह पूजनीय हैं. वहीं साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि साधु-संन्यासी कभी एक-दूसरे से नाराज नहीं होते, मैं उनसे मिलने आई हूं और हम दोनों के बीच हमेशा से आत्मीय संबंध रहे हैं.