कांग्रेस पार्टी का इतिहास काफी पुराना है. इसका इतिहास स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास के साथ जुड़ा हुआ है. 1885 में कांग्रेस की स्थापना एलन ऑक्टेवियन ह्यूम ने किया था. व्योमेश चंद्र बनर्जी इसके पहले अध्यक्ष बने. आजादी के बाद महात्मा गांधी की हत्या और सरदार पटेल के निधन के बाद जवाहरलाल नेहरु के नेतृत्व में 1952 के पहले आम चुनाव में कांग्रेस को शानदार सफलता मिली. इसके बाद 1957 और 1962 के लोकसभा चुनावों में भी कांग्रेस को जीत मिली थी.


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नेहरू के निधन के बाद लाल बहादुर शास्त्री को पार्टी की कमान मिली. 1971 के चुनाव में इंदिरा गांधी के नाम पर कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ी और जीत भी मिली. 1975 में देश में इमरजेंसी लगी. इसके बाद कांग्रेस को हार का समाना करना पड़ा. 1980 में इंदिरा गांधी फिर सत्ता में लौटीं.


1984 में इंदिरा गांधी की हत्या हो गई. इसके बाद देश भर में सिख विरोधी दंगे हुए. उनके बाद बेटे राजीव गांधी ने पार्टी की कमान संभाली और 84 के चुनावों में पार्टी को भारी सफलता हासिल हुई. इसके बाद 2004 और 2009 के चुनाव में कांग्रेस ने घटक दलों के साथ मिलकर सरकार बनाई. 2014 के चुनाव में पार्टी महज 44 सीटों पर सिमट गई.


ज्ञात हो एकबार फिर देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. सात चरणों में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं वहीं, 23 मई को मतों की गिनती होगी.