Opinion Poll: 39 लोकसभा सीटों का वो राज्य.. जहां बीजेपी का खाता खुलना है मुश्किल? ओपिनियन पोल ने चौंकाया
Tamil Nadu Opinion Poll: पूरे देश में किया गया यह पोल वैसे तो एनडीए के लिए खुश करने वाला है, लेकिन तमिलनाडु में एनडीए को ज्यादा सफलता मिलने की उम्मीद नहीं है. यह ओपिनियन पोल Zee News और MATRIZE का है.
Zee News-MATRIZE Lok Sabha Opinion Poll: लोकसभा चुनाव से पहले का यह ओपिनियन चर्चा में है. जल्द ही चुनाव की तारीखों का भी ऐलान हो सकता है. इसी बीच Zee News और MATRIZE का ओपिनियन पोल सामने आया है. बुधवार को आए इस पोल में देशभर में एनडीए का जबरदस्त बोलबाला दिखाई दिया है. एक बार फिर से मोदी मैजिक देखने को मिला है. लेकिन अगर बात तमिलनाडु की हो तो वहां का ओपिनियन पोल एनडीए के लिए खुश करने वाला नहीं है. यहां बीजेपी के खाते खुलने पर भी संकट है.
असल में इस ओपिनियन पोल के मुताबिक तमिलनाडु में इंडिया गठबंधन को 36, एनडीए को 1 जबकि अन्य को दो सीटें मिल सकती हैं. तमिलनाडु में कुल 39 लोकसभा सीटें हैं. इस ओपिनियन पोल पर एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऐसा भी हो सकता है कि बीजेपी को कोई सीट ना मिले, हालांकि एनडीए को 1 सीट मिलने की उम्मीद जताई गई है. इसके अलावा केरल की भी 20 सीटों पर एनडीए का खाता खुलता हुआ नहीं दिख रहा है.
Zee News और MATRIZE का ओपिनियन पोल: बुधवार को सामने आया है. इसमें देशभर की जनता का मूड सामने आया है. इसे आप ZEE NEWS पर देख सकते हैं और जी न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं. ये पोल गठबंधन के बाद का पहला ओपिनियन पोल है. जब एनडीए के साथ नए साथी जुड़ चुके हैं और इंडिया गठबंधन भी अस्तित्व में आया है.
कैसे हुआ है ये ओपिनियन पोल..
वहीं अगर देशभर की बात करें तो एनडीए 400 तो नहीं लेकिन मिशन 370 को पार करती नजर आ रही है. सर्वे के मुताबिक एनडीए को 543 सीटों में से 377 सीटें मिलने का अनुमान है. जबकि इंडिया गठबंधन के खाते में 94 सीटें आ सकती हैं. ये ओपिनियन पोल 5 फरवरी से 27 फरवरी के बीच किया गया. इस ओपिनियन पोल में लोकसभा की 543 सीटों पर 1,67,843 लोगों की राय ली गई है. जिसमें 87 हज़ार पुरुष और 54 हज़ार महिलाएं शामिल हैं.
इस ओपिनियन पोल में 27 हज़ार फ़र्स्ट टाइम वोटर्स की राय भी शामिल की गई है. ओपिनियन पोल के नतीजों में मार्जिन ऑफ़ एरर प्लस माइनस 2 प्रतिशत है. ये चुनाव के नतीज़े नहीं हैं सिर्फ़ ओपिनियन पोल है. इस ओपिनियन पोल को किसी भी प्रकार से चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश ना समझा जाए.