नई दिल्ली: बरेली उत्तर प्रदेश का आठवां और भारत का 50वां सबसे बड़ा शहर है. बरेली को बांस बरेली भी कहते हैं, क्योंकि इस नगर की स्थापना करने वाले राजा जगत सिंह कठेरिया के दो पुत्रों के नाम बन्सलदेव और बरालदेव था. झुमकों के लिए मशहूर उत्तर प्रदेश की बरेली लोकसभा सीट राजनीतिक लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है. पिछले कई सालों से यहां बीजेपी का एक छत्र राज रहा है. सांसद संतोष गंगवार कई बार इस सीट पर चुनाव जीत चुके हैं और इस समय केंद्र सरकार में मंत्री है. 


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2014 में क्या था समीकरण
उत्तर प्रदेश की बरेली सीट से मौजूदा सांसद बीजेपी के संतोष गंगवार हैं. उन्होंने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की आयशा इस्लाम को 2,40,685 वोटों से हराया था. साल 2014 में यहां सपा दूसरे, बसपा तीसरे और कांग्रेस चौथे नंबर पर रही थी.


क्या है लोकसभा सीट का इतिहास
बरेली लोकसभा सीट पर अभी तक 16 बार बार चुनाव हुए हैं, इनमें से 7 बार बीजेपी ने बाजी मारी है, जिसमें से 6 बार तो लगातार जीत दर्ज की गई थी. साल 1952 में बरेली में पहली बार लोकसभा चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सतीश चन्द्र सांसद बने. वहीं 1962 और 1967 में ये सीट भारतीय जनसंघ के नाम रही. साल 1977 में यहां कांग्रेस की वापसी हुई, लेकिन इसके बाद अगले ही चुनाव में इस सीट पर भारतीय लोकदल ने कब्जा किया. साल 1989 में बरेली में भारतीय जनता पार्टी का आगमन हुआ. बीजेपी नेता संतोष गंगवार इस चुनाव में भारी मतों से विजयी हुए.