नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) का सियासी रण अपने चरम पर है. उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन के बाद से मिर्जापुर लोकसभा सीट पर चुनाव रोमांचक होने के आसार नजर आ रहे हैं. दरअसल, मिर्जापुर लोकसभा सीट से वर्तमान में केंद्रीय मंत्री और मौजूदा सांसद अनुप्रिया पटेल की साख दांव पर लगी है. सपा-बसपा गठबंधन ने इस सीट से बीजेपी के बागी मछलीशहर लोकसभा क्षेत्र से मौजूदा सांसद राम चरित्र निषाद को टिकट दिया है. 


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दरअसल, मिर्जापुर लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश में बीजेपी के सहयोगी अनुप्रिया पटेल गुट के अपना दल (सोनेलाल) के खाते में गई है. अनुप्रिया पटेल यहां से उम्मीदवार हैं. उन्होंने 2014 में हुए आम चुनाव में मिर्जापुर लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी. बीजेपी ने इस सीट पर पहली बार 1991 में अपना खाता खोला था. 


5 विधानसभा सीटों पर ऐसा है गणित 
मिर्जापुर लोकसभा सीट के अंतर्गत मरिहन, चुनार, छानबे, मिर्जापुर और मझावन विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें से चार विधानसभा सीटों पर बीजेपी और एक विधानसभा सीट पर अनुप्रिया पटेल गुट के अपना दल (सोनेलाल) का कब्जा है. सपा-बसपा गठबंधन मिर्जापुर लोकसभा सीट पर बीजेपी-अपना दल (एस) को कड़ी चुनौती पेश कर सकता है.  


2014 में ये रहा था जनादेश
2014 में हुए आम चुनाव में मिर्जापुर लोकसभा सीट से बीजेपी और अपना दल (एस) की संयुक्त प्रत्याशी के तौर पर अनुप्रिया पटेल ने जीत दर्ज की थी. अनुप्रिया पटेल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा के प्रत्याशी समुद्र बिंद को दो लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था. अनुप्रिया पटेल को 4,36,536 वोट मिले थे. वहीं, दूसरे स्थान पर रहे सनुद्र बिंद को 2,17,457 वोट मिले थे. वहीं, 1,52,666 वोटों के साथ कांग्रेस के ललितेश पति त्रिपाठी तीसरे स्थान पर रहे थे.  


सातवें चरण में होगा मतदान
मिर्जापुर लोकसभा सीट पर अबतक 15 बार चुनाव हो चुके हैं. इस सीट पर 5 बार कांग्रेस को जीत मिली है. वहीं, बीजेपी ने 2 बार, समाजवादी पार्टी ने 4 बार और बसपा ने 2 बार जीत दर्ज की है. मिर्जापुर लोकसभा सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या 17,20,661 है. इनमें से 9,38,504 पुरुष मतदाता और 7,82,028 महिला मतदाता हैं. मिर्जापुर संसदीय सीट पर लोकसभा चुनाव 2019 के सातवें और अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होगा.