पटियाला: पटियाला लोकसभा सीट पर पहली बार 1952 में आम चुनाव हुआ था. जिसमें कांग्रेस की जीत हुई थी, तब से 1971 तक कांग्रेस लगातार इस सीट पर जीत हासिल करती रही. हालांकि 1977 में अकाली दल का कब्जा पटियाला सीट पर हुआ था. लेकिन 1980 में यह फिर से कांग्रेस के पास चलली गई. जिसमें कैप्टन अमरेंद्र सिंह सांसद बने थे. 


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1984 से 1998 के बीच कांग्रेस केवल एक बार यहां जीतने में सफल हुई थी. लेकिन 1999 से लेकर 2009 तक यह फिर से कांग्रेस का गढ़ बन चुकी थी. वहीं, 2014 के मोदी लहर के बाद अकाली दल यहां से जीत नहीं पाई और तीन बार लगातार सांसद रही कांग्रेस की परनीत कौर भी यहां से हार गई. जबकि पटियाला सीट पर पहली बार लड़ रही आम आदमी पार्टी ने अपना कब्जा जमा लिया.


पटियाला सीट से आप के धर्मवीर गांधी ने परनीत कौर को करीब 21 हजार वोटों से हराने में कामयाब रहे थे. हालांकि 2019 में आम आदमी पार्टी ने निना मित्तल को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, कांग्रेस ने फिर से परनीत कौर पर भरोसा जताया है. जबकि अकाली दल ने सुरजीत सिंह को पटियाला से टिकट दिया है.


पटियाला सीट पर 2019 के चुनाव में दिलचस्प मुकाबला होनेवाला है. क्योंकि आम आदमी पार्टी यहां से दूसरी बार चुनाव लड़ रही है. वहीं, परनीत कौर पांचवीं बार पटियाला से किस्मत आज़मा रही है. जिसमें उन्हें तीन बार सफलता मिल चुकी है. देखना है कि वह आप के उम्मीदवार से अपने हार का बदला लेने में कामयाब होती है या नहीं.