झारग्राम लोकसभा सीट: TMC के सामने सीट बचाने की चुनौती, CPM से है कांटे की टक्कर
झारग्राम संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत 7 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें नयाग्राम, बंदवान, बिनपुर, गोपीबल्लवपुर, झरग्राम, गरबेटा और सालबोनी शामिल हैं. नयाग्राम, बंदवान और बिनपुर अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटें हैं.
नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की झारग्राम लोकसभा सीट पर सभी राजनीतिक पार्टियों के निशाने पर रहती है. 1962 में कांग्रेस के सुबोध हंसदा पहली बार इस सीट से चुनाव जीते थे. 1967 में बंगला कांग्रेस, तो 1971 में कांग्रेस आखिरी बार यहां से चुनाव जीती. 2014 के चुनावों में टीएमसी की उमा सरेन 6,74,504 वोटों के साथ विजयी घोषित की गई थीं, जबकि CPM के पुलिन बिहारी बास्के 3,26,621 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे.
7 विधानसभा सीटें आती हैं यहां पर...
झारग्राम संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत 7 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें नयाग्राम, बंदवान, बिनपुर, गोपीबल्लवपुर, झरग्राम, गरबेटा और सालबोनी शामिल हैं. नयाग्राम, बंदवान और बिनपुर अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटें हैं.
सीपीएम और टीएमसी के बीच है मुकाबला
झारग्राम लोकसभा सीट पर पिछले लोकसभा चुनावों की तरह टीएमसी और सीपीएम के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी. हालांकि 2019 में बीजेपी भी दोनों पार्टियों को कड़ी टक्कर दे सकती है.