महबूबनगर: तेलंगाना के दूसरे सबसे बड़े जिले में शुमार महबूबनगर से राजनीतिक दलों ने लोकसभा चुनाव में नए चेहरों पर दांव लगाया है. टीआरएस ने यहां से अपने मौजूदा सांसद ए.पी. जीतेंद्र रेड्डी का टिकट काटकर मन्ने श्रीनिवास रेड्डी पर विश्वास जताया है. उधर, बीजेपी ने तीन बार के विधायक डीके अरुणा और कांग्रेस ने वमशी चंद रेड्डी को चुनावी मैदान में उतारा है. इस लोकसभा सीट पर 11 अप्रैल को वोट पड़ चुके हैं और यहां 64.99 फीसदी मतदान रिकॉर्ड हुआ. अब 23 मई को आने वाले चुनावी रिजल्ट में इन प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा.


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तेलंगाना राज्य की सभी 17 सीटों पर पहले चरण यानी 11 अप्रैल को वोटिंग हो चुकी है. 10 मार्च को लोकसभा चुनावों की घोषणा के बाद 18 मार्च को यहां नोटिफिकेशन निकाला गया और 25 मार्च को नॉमिनेशन की अंतिम तारीख घोषित की गई. इसके बाद 26 मार्च को प्रत्याशियों के नामों पर अंतिम मुहर लगाई गई और 11 अप्रैल को वोटिंग हुई.


महबूबनगर में एक और ताजा चेहरा मन्ने श्रीनिवास रेड्डी, अपनी राजनीतिक शुरुआत करेंगे. टीआरएस ने सांसद जितेंद्र रेड्डी को छोड़ दिया और श्रीनिवास को सीट दे दी. यहां एक दिलचस्प मुकाबला होगा, क्योंकि भाजपा ने तीन बार के विधायक और पूर्व मंत्री डीके अरुणा को चुनाव मैदान में उतारा था.  


एक जमीनी स्तर के कांग्रेस कार्यकर्ता चल्ला वमशी चंद रेड्डी 2014 में कलवकुर्ती विधानसभा से पहली बार विधायक बनने के बाद अब पहली बार महबूबनगर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. हालांकि, वमशी चंद  2018 में राज्य विधानसभा चुनाव टीआरएस के उम्मीदवार से हार गए, लेकिन पार्टी ने उन्हें टीआरएस के उम्मीदवार मन्ने श्रीनिवास रेड्डी के खिलाफ मैदान में उतारा है.


16वीं लोकसभा में महबूबनगर से टीआरएस के टिकट पर ए.पी. जितेंद्र रेड्डी चुनकर संसद पहुंचे थे. रेड्डी 'तेलंगाना में भाजपा नेता हैं. दरअसल, 2019 में उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा का दामन थाम लिया था.


2014 के आम चुनाव में महबूबनगर से टीआरएस के उम्मीदवार रहे जितेंद्र रेड्डी को चुनाव में 334228 वोट यानी मतदान का 32.94 फीसदी मत मिले थे. उनके मुकाबले कांग्रेस के जयपाल रेड्डी 331638 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे थे. वहीं, 272791 वोट पाकर बीजेपी के नागम जनार्दन रेड्डी तीसरे स्थान पर थे.  


पता हो कि भारत के आंध्रप्रदेश राज्य से अलग होकर तेलंगाना भारत का 29वां राज्य बना था. दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी हैदराबाद है. राज्य में मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव की अगुवाई में टीआरएस पार्टी की सरकार है. इस राज्य में 119 विधानसभा सीटें और 17 लोकसभा सीटें हैं. वहीं प्रदेश में कुल जिलों की संख्या 31 है.