नई दिल्‍ली : लोकसभा चुनाव 2019 (lok sabha elections 2019) के चौथे चरण के चुनाव के तहत महाराष्‍ट्र की 17 सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान होना है. यहां की पालघर लोकसभा सीट पर भी चौथे चरण में मतदान होना है. 2018 में यहां हुए उपचुनाव में बीजेपी और शिवसेना के बीच चुनावी जंग हुई थी. लेकिन इस बार बीजेपी और शिवसेना महाराष्‍ट्र में साथ चुनाव लड़ रहे हैं. इस बार एनसीपी ने सचिन शिंगड़ा को टिकट दिया है. वहीं शिवसेना ने यहां राजेंद्र गावित को मैदान में उतारा है.


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6 विधानसभा सीटें आती हैं यहां
महाराष्‍ट्र के पालघर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें दहानू, विक्रमगढ़, पालघर, बोइसर, नालासोपारा और वसई शामिल हैं. पालघर लोकसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आई. यहां 2009 में हुए पहले चुनाव में बहुजन विकास आघाड़ी ने बाजी मारी थी. बहुजन विकास आघाड़ी की ओर से चुनाव मैदान में उतरे बलीराम जाधव ने यहां से जीत दर्ज की थी. इसके बाद 2014 में यह सीट बीजेपी के खाते में गई. तब चिंतामन वनागा यहां से सांसद बने.


 



2018 में हुई थी चुनावी जंग
2009 में पालघर सीट से बहुजन विकास आघाड़ी के बलीराम जाधव को 2.23 लाख वोट मिले थे. चिंतामन वनागा को 2.10 लाख वोट मिले थे. कांग्रेस के दामोदर शिंगाड़ा को 1.60 लाख वोट मिले थे. 2014 में बीजेपी के चिंतामन वनागा को 5.33 लाख वोट मिले थे. बहुजन विकास आघाड़ी को बलीराम जाधव को 2.93 लाख वोट मिले थे. 2018 के उपचुनाव में बीजेपी के राजेंद्र गावित को 2.72 लाख वोट मिले थे. इन चुनाव में चिंतामन वनागा शिवसेना की टिकट पर चुनाव लड़े थे. उन्‍हें 2.43 लाख वोट मिले थे.