नई दिल्‍ली : लोकसभा चुनाव 2019 (lok sabha elections 2019) के चौथे चरण के तहत महाराष्‍ट्र की 17 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होनी है. इन सीटों में से एक है सांई की नगरी शिरडी. 2008 में यह सीट अस्तित्‍व में आई. इसके बाद 2009 में हुए पहले चुनाव में यहां शिवसेना ने चुनाव जीता. इसके बाद 2014 में शिवसेना ने फिर इस सीट पर कब्‍जा जमाया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 




6 विधानसभा सीट हैं यहां
महाराष्‍ट्र की शिरडी लोकसभा सीट के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें अकोले, संगामेर, शिरडी, कोपरगांव, श्रीरामपुर और नेवासा शामिल हैं. 2009 में यहां से शिवसेना के भाऊसाहेब वाकचौरे ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद 2014 में शिवसेना के सदाशिव लोखंडे ने यहां से चुनाव जीता. इस सीट से रामदास अठावले भी 2009 में चुनाव मैदान में उतर चुके हैं. रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) की टिकट पर चुनाव लड़े अठावले का यहां से हार का सामना करना पड़ा था.


शिरडी लोकसभा सीट पर एक नजर
महाराष्‍ट्र की शिरडी लोकसभा सीट महत्वपूर्ण संसदीय क्षेत्र है. 2002 को गठित परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद 2008 में यह संसदीय सीट अस्तित्व में आई. यहां पहली बार 2009 में सांसद चुनने के लिए मतदान हुआ. यह क्षेत्र अहमदनगर जिले का हिस्सा होने के साथ ही तहसील मुख्यालय भी है. साई मंदिर यहीं पर स्थित है.


इस बार के प्रत्‍याशी
शिरडी लोकसभा सीट पर इस बार शिवसेना ने अपने मौजूदा सांसद सदाशिव लोखंडे को ही टिकट दिया है. वहीं कांग्रेस की ओर से भाऊसाहेब कांबले को टिकट मिला है. इसके अलावा दो प्रत्‍याशी निर्दलीय हैं.