नई दिल्ली: तंजावुर सीट पर पहली बार 1952 में चुनाव हुआ था. इस सीट के अंतर्गत विधानसभा की 6 सीटें आती हैं. शुरुआत में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा था. लेकिन, 1996 से कांग्रेस को जीत नहीं मिली है. 1996 से 2014 तक लगातार DMK के SS पलानीमणिकम सांसद चुने गए. 2014 में AIADMK के परशुरामन की जीत हुई. उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री और DMK के दिग्गज नेता टीआर बालू को हराया था. 2019 लोकसभा चुनाव के लिए DMK ने Palanimanickam.S.S और बसपा ने आर स्टालिन को टिकट दिया.


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तमिलनाडु एक ऐसा राज्य है जहां नेशनल पार्टियों की नहीं, बल्कि क्षेत्रीय दलों का दबदबा रहा है. DMK और AIADMK यहां की दो प्रमुख क्षेत्रीय पार्टियां हैं. इस चुनाव में कांग्रेस DMK के साथ और BJP, AIADMK और PMK साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं. कांग्रेस 9 सीटों पर और बीजेपी 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. दोनों की सहयोगी पार्टियां DMK और AIADMK भी केवल 20-20 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बाकी सीटों पर अन्य छोटी क्षेत्रीय पार्टियां चुनाव लड़ रही हैं. 2014 लोकसभा चुनाव में 39 सीटों में 37 सीटों पर तो केवल AIADMK की जीत हुई थी. एक सीट पर बीजेपी और एक सीट पर PMK की जीत हुई थी. दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ी थी. DMK का खाता भी नहीं खुल पाया था.


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2014 के आंकड़ों के मुताबिक, यहां मतदाताओं की कुल संख्या 1340050 है. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 662576 और महिला मतदाताओं की संख्या 677474 है. 2011 जनगणना के मुताबिक, जिले की कुल आबादी 2495890 है. इनमें पुरुषों की आबादी 1182416 और महिलाओं की आबादी 1223474 है. 1000 पुरुषों पर महिलाओं की आबादी 1035 है. औसत साक्षरता 83 फीसदी है.