उमा भारती का प्रियंका गांधी पर विवादित बयान, बोलीं- चोर की पत्नी को क्या कहेंगे
उमा भारती ने प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनाव लड़ने और सक्रिय राजनीति में आने को लेकर जमकर निजी हमला किया.
हितेश शर्मा/नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) का सियासी पारा चढ़ने के साथ ही नेताओं के बयानों की गर्मी भी बढ़ती जा रही है. नेताओं द्वारा की जा रही विवादित बयानों की लिस्ट में अब बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती का नाम भी जुड़ गया है. दरअसल, बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने दुर्ग लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी विजय बघेल के समर्थन में सभा करने पहुची थीं. इस दौरान उमा भारती ने प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनाव लड़ने और सक्रिय राजनीति में आने को लेकर जमकर निजी हमला किया.
चोरी के आरोपी की पत्नी को लोग किस नजरिये से देखेंगे- उमा भारती
उमा भारती ने प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिसका पति (रॉबर्ट वाड्रा) चोरी के आरोप में हो उसको लोग किस नजरिये से देखेंगे. उन्होंने आगे कहा कि चोर की पत्नी क्या कहलाएगी. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने या राजनीति में आने से भाजपा पर कोई असर नही पड़ेगा. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी के अंबेडकरनगर के सांसद हरिओम पांडे को लेकर कहा कि ऐसी घटिया मानसिकता वाले व्यक्ति को पार्टी ने टिकट न देकर अच्छा किया. बता दें कि हरिओम पांडे ने टिकट कटने के बाद पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि पार्टी में पैसा और लड़की सप्लाई करने से टिकट मिलता है.
आजम खान ने देश की महिलाओं का किया अपमान
साध्वी उमा भारती ने आजम खान को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने जिस तरह योगी आदित्यनाथ और आजम खान पर एक ही तरह की कार्रवाई की है, वह सही नहीं है. उन्होंने कहा कि योगी ने मायावती के बयान पर पलटवार करते हुए अपनी बात कही थी. आजम खान ने महिलाओं पर घटिया शब्द का इस्तेमाल करते हुए देश के महिलाओं की अस्मिता पर चोट पहुंचाई है. चुनाव आयोग को चाहिए कि भारतीय दंड प्रक्रिया के तहत महिलाओं अपमान के संबंध में जो भी धाराएं लगती हो आजम खान पर लगानी चाहिए.
राहुल गांधी अमेठी से हार रहे हैं- उमा भारती
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दो लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने को लेकर भी उमा भारती ने कहा कि वो अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, वो कहीं से भी चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन, अमेठी की जो रिपोर्ट सामने आई है, उसको आधार बनाकर राहुल ने दो सीटों से लड़ने का फैसला लिया है. उन्होंने अमेठी से पहले ही अपनी हार मान ली है.