अमरावती: वाईएसआर कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि वह नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेता फारुक अब्दुल्ला के खिलाफ मानहानि का एक मामला दायर करेगी जिन्होंने वाईएस जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ यह आरोप लगाया है कि उन्होंने कांग्रेस को पेशकश की थी कि यदि वह उन्हें तत्कालीन एकीकृत आंध्र प्रदेश का मुख्यमंत्री बना देती है तो वह 1500 करोड़ रुपये देंगे. अब्दुल्ला ने यह आरोप तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के समर्थन में कडप्पा में चुनाव प्रचार के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए लगाया. 


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नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता अब्दुल्ला ने आरोप लगाया था कि जगनमोहन रेड्डी ने यह पेशकश अपने पिता (पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी) की मृत्यु के तत्काल बाद की थी. अब्दुल्ला ने दावा किया था, ‘‘जगन एकबार मेरे घर पर आये जब आंध्र प्रदेश एकीकृत था. मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि उन्होंने मुझसे कहा कि वह 1500 करोड़ रुपये देने का तैयार हैं, यदि कांग्रेस उन्हें मुख्यमंत्री बना दे.’’ इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वाईएसआर कांग्रेस महासचिव एस रामकृष्ण रेड्डी ने आरोप लगाया कि अब्दुल्ला ने यह आरोप मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के निर्देश पर लगाया.


उन्होंने कहा, ‘‘आंध्र प्रदेश के साथ अब्दुल्ला का क्या संबंध है. वह हमारे पड़ोसी राज्य के भी नहीं हैं. वह आंध्र प्रदेश के मुद्दों के बारे में क्या जानते हैं. अब्दुल्ला को नायडू मुस्लिम वोट जुटाने के प्रयास के तहत कडप्पा लाये.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे नेता जगन के खिलाफ आधारहीन आरोप लगाने के लिए हम उन्हें एक मानहानि नोटिस भेज रहे हैं.’’ जगन मोहन रेड्डी ने विशाखापत्तनम में एक चुनावी रैली में कहा कि एक नेता को दिल्ली से ‘‘आयात’’ किया गया था ताकि वह ‘‘उनके खिलाफ टीडीपी के हेरफेर और प्रबंधन स्कूल द्वारा लिखी गई कुछ पंक्तियां पढ़ें.’’