कांग्रेस गद्दार पार्टी है, मायावती या ममता होंगी अगली प्रधानमंत्री : मौलाना तौकीर
उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस को विश्वासघाती बताते हुए कहा कि जो विश्वासघाती है वह न हिन्दू को पसंद आयेगा और न ही मुस्लमानों को. मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि खुद्दार हिन्दू भारतीय जनता पार्टी को रोकने का काम करेगा, वही हर मुसलमान कांग्रेस को रोकने में आगे बढ़ेगा.
मुरादाबाद: अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले ऑल इंडिया इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया. उन्होंने कांग्रेस एक गद्दार पार्टी बताते हुए कहा कि उसने हमेशा मुसलमानों के साथ विश्वासघात किया है. महागठंबधन की कसीदे गढ़ते हुए उन्होंने मायावती और ममता बनर्जी को होने वाली पीएम के रूप ने पेश कर दिया.
कांग्रेस और बीजेपी पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 तक कोई ऐसा दिन नहीं था जिस दिन दंगा और बम ब्लास्ट न होता हो. हमारे मुसलमान बच्चों को आतंकवादी बता कर उनका एनकाउंटर करने वाली कांग्रेस पार्टी की सरकार ही थी और यह कोई मुसलमान भूल जाए तो तकलीफ की बात की है. उन्होंने कहा कि हिंदूओं के साथ भी विश्वासघात हुआ है और वो बीजेपी ने किया है. उन्होंने कहा कि राम भक्तों को राम मंदिर चाहिए था, लेकिन बीजेपी की नियत सिर्फ सत्ता में आने की थी. वादा करके सत्ता में आए, लेकिन मंदिर नहीं बनाया.
विश्वासघाती किसी को पसंद नहीं
उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस को विश्वासघाती बताते हुए कहा कि जो विश्वासघाती है वह न हिन्दू को पसंद आयेगा और न ही मुस्लमानों को. मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि खुद्दार हिन्दू भारतीय जनता पार्टी को रोकने का काम करेगा, वही हर मुसलमान कांग्रेस को रोकने में आगे बढ़ेगा.
महागठबंधन का किया गुणगान
गठबंधन की हिमायत करते हुए मौलाना तौकीर कहा की हिंदुस्तान में गठबंधन हो रहा है और सरकार गठबंधन के आलावा किसी की नहीं बनेगी. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद भी गठबंधन में शामिल है, ममता और शरद पवार के बगैर सरकार नहीं बनने वाली है. उन्होंने कहा कि इस देश में हिन्दू और मुसलामन सभी मिलकर गठबंधन की सरकार बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि गठबंधन के पीएम के लिए मायावती और ममता बनर्जी के आलावा कोई तीसरा विकल्प नहीं है.
आजम खान का किया बचाव
आजम खान के जयाप्रदा के ऊपर विवादित टिप्पणी को लेकर उन्होंने बचाव करते हुए कहा कि मुझे यकीन है कि आजम खान का जुमला किसी मर्द के लिए था, न की किसी ख्वातीन (महिला) के लिए. पत्रकरों से बातचीत में मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि इस बार हमने फिरकापरस्त ताकतों को रोकने के लिए चुनाव नहीं लड़ा है और बहुत सोचने समझने के बाद यह फैलसा लिया है.