जयपुर: लोकसभा चुनाव 2019 (lok sabha elections 2019) के पहले एनडीए के घटक दल के रूप शामिल हुए आरएलपी अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल के सामने एक नया संकट आ गया है.


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केंद्रीय निर्वाचन आयोग से हनुमान बेनीवाल की आरएलपी को विधानसभा चुनाव के दौरान जारी की गई चुनाव चिन्ह दूसरे दल को आवंटित करने का संकेत मिल गया है. माना जा रहा है कि बेनीवाल को इस बार लोकसभा चुनाव नए चुनाव चिन्ह 'टायर' पर लड़ना होगा.



बेनीवाल लड़ रहे हैं नागौर से चुनाव
आपको बता दें कि, चुनाव के पहले बीजेपी और आरएलपी के बीच हुए गठबंधन के बाद बेनीवाल नागौर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले राज्य विधानसभा चुनाव के दौरान बेनीवाल ने अपने दल के लिए आवंटित चुनाव चिह्न 'बोतल' के सहारे प्रचार किया था. लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान उनकी 'बोतल' केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने छीन ली है. 


आरएलपी को आवंटित चुनाव चिह्न गुजरात की राष्ट्रीय पावर पार्टी मिली
बताया जा रहा है कि आरएलपी को पूर्व में आवंटित चुनाव चिह्न गुजरात की राष्ट्रीय पावर पार्टी को लोकसभा चुनाव के दौरान मिल गई है. राष्ट्रीय पावर पार्टी ने लोकसभा चुनाव तीन राज्यों से लड़ने की बात कहते हुए आयोग से चुनाव चिन्ह के रूप में 'बोतल' का निशान मांगा था. जिसके बाद राष्ट्रीय पावर पार्टी को 'बोतल' का चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया. 


चुनाव चिन्ह 'टायर' हो सकता है अलॉट
विधानसभा चुनाव में 57 सीट पर प्रत्याशी उतारने वाले हनुमान बेनीवाल और उनकी पार्टी नये चुनाव चिन्ह का इंतजार कर रहे हैं. केंद्रीय निर्वाचन आयोग की तरफ से उन्हें चुनाव चिन्ह 'टायर' आवंटित करने का संकेत दिया गया है. 


बेनीवाल के प्रवक्ता हैं मौन
हालांकि इस पूरे घटनाक्रम पर अभी तक बेनीवाल की पार्टी और उनके प्रवक्ता मौन हैं. लेकिन यह तय हो गया है कि नागौर में कांग्रेस के हाथ का मुकाबला 'बोतल' या 'कमल' से नहीं, बल्कि अब एक नए चुनाव चिन्ह 'टायर'  के साथ चुनावी मैदान में उतरने वाले आरएलपी के हनुमान बेनीवाल से होगा.