नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha elections 2019) में दिल्ली की सातों सीटों पर 12 मई वोटिंग होनी है. उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से इकलौती एससी रिजर्व सीट है. यह सीट 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई. इससे पहले यह बाहरी दिल्ली लोकसभा सीट का हिस्सा थी. उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत 10 विधानसभा सीटे आती हैं जिनमें नरेला, बादली, रिठाला, बवाना, मुंडका, किराड़ी, सुल्तानपुर माजरा, नांगलोई जाट, मंगोलपुरी और रोहिणी शामिल हैं. 


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इस विधानसभा के अंतर्गत आने वाली सीटों में से मंगोल पुरी, सुल्तान पुरी, नांगलोई और नरेला सीट में दलितों की आबादी ज्यादा है. वहीं रोहिणी, रिठाला और बादली क्षेत्र में व्यापरी वर्ग की अच्छी खासी संख्या. बाहरी दिल्ली का क्षेत्र जुड़ने के कारण इस लोकसभा के अंतर्गत जाटों के भी कई गांव आते हैं. इसलिए जाट वोटरों का रुझान भी अहम रहता है.


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2009 लोकसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस की कृष्णा तीरथ चुनाव जीती थीं. उन्होंने बीजेपी की मीरा कांवरिया को बड़े अंतर से हराया था. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने यहां से कृष्णा तीरथ को ही टिकट दिया लेकिन इस बार मोदी लहर और आम आदमी पार्टी के उभार के चलते कांग्रेस इस सीट से तीसरे नंबर पर पहुंच गई.


2014 में यहां से बीजेपी के उदित राज चुनाव जीते और आप की राखी बिड़लान दूसरे नंबर पर रहीं. लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस ने राजेश लिलोठिया और बीजेपी ने सूफी गायक हंसराज हंस को चुनाव मैदान में उतारा है, वहीं आम आदमी पार्टी से गुग्गन सिंह रंगा मैदान में हैं.