घोषणा पत्र को लेकर विपक्ष के निशाने पर JDU, RJD बोली- फिर पलटी मारेंगे नीतीश कुमार
आरजेडी के हमले पर जेडीयू ने भी पलटवार किया है. पार्टी के प्रवक्ता डॉ सुनील ने कहा है कि विगत छह चरणों में यह साफ हो गया है कि आरजेडी और महागठबंधन का सफाया हो गया है. इसलिए अपनी हताशा में तेजस्वी यादव ट्वीट कर रहे हैं और बयान दे रहे हैं.
पटना : राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने साधा सत्तरूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के घोषणा पत्र को लेकर निशाना साधा है. सबसे पहले बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पार्टी के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर तंज कसा वहीं, अब भागलपुर से आरजेडी सांसद बुलो मंडल ने भी निशाना साधा है.
बुलो मंडल ने कहा कि जेडीयू को अपना घोषणा जारी करना चाहिए. आज चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है. यह साफ करना चाहिए कि वह अपने घोषणापत्र पर लड़ रहे हैं या भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के.
आरजेडी सांसद बुलो मंडल ने कहा कि नीतीश कुमार सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं. घोषणा पत्र जारी नहीं करेंगे. पलटी मार कर फिर कहीं और चले जाएंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बिहार समेत देश में गठबंधन की हवा है और नरेंद्र मोदी का जाना तय है. राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे.
आरजेडी के हमले पर जेडीयू ने भी पलटवार किया है. पार्टी के प्रवक्ता डॉ सुनील ने कहा है कि विगत छह चरणों में यह साफ हो गया है कि आरजेडी और महागठबंधन का सफाया हो गया है. इसलिए अपनी हताशा में तेजस्वी यादव ट्वीट कर रहे हैं और बयान दे रहे हैं. मुकेश साहनी यह कह रहे हैं कि आरजेडी वाले ने हमसे वोट लिे, लेकिन अपना वोट हमारे लिए ट्रांसफर नहीं करावाए. सुनील कुमार ने कहा कि पहले महागठबंधन के अंतर्विरोध को तेजस्वी यादव ठीक करें फिर एनडीए की तरफ झांकें.
साथ ही जेडीयू ने यह भी कहा कि आरजेडी ने अपने घोषणा पत्र में गरीब सवर्णों को आरक्षण देने का जिक्र किया था, लेकिन जब गरीब सवर्णों को आरक्षण मिला तो आरजेडी ने अपना स्टैंड चेंज कर दिया. घोषणा पत्र को जो नहीं मानते हैं और वह उसका जिक्र करते हैं तो बड़ा ही हास्यास्पद लगता है.
ज्ञात हो कि तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा था, 'आदरणीय नीतीश चाचा जी, आख़िरी चरण के आखिरी दिन तो कम से कम अपना घोषणा पत्र जारी कर दिजीए. भाजपाई सब से इतना भी मत डरिए. अन्यथा लोग कहेंगे, एक बिहारी मुख्यमंत्री बाहरियों से डर गया. सिद्धांत, नीति, नियत, नियम, नैतिकता, स्वतंत्र विचार कुछ बचा है कि नहीं? चाचा जी, क्या हाल बना लिया आपने?'