पालघर: शिवसेना उम्मीदवार के प्रचार के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 19 अप्रैल को नालासोपारा में रैली करेंगे. पालघर लोकसभा सीट के शिवसेना के उम्मीदवार राजेंद्र गावित के लिए योगी आदित्यनाथ प्रचार करेंगे. नालासोपारा में उत्तर भारतीय का बड़ा वोट बैंक है. इस वोट बैंक को शिवसेना के खाते में डालने के लिए योगी यहां रैली करेंगे. पिछले साल 28 मई को हुए पालघर लोकसभा उपचुनाव शिवसेना और बीजेपी ने एकदूसरे के खिलाफ लड़ा था. तब उत्तर भारतीय वोटों में सेंध लगाने के लिए बीजेपी नेता योगी आदित्यनाथ ने नालासोपारा में रैली की थी. लेकिन इस बार योगी शिवसेना के लिए वोट मांगेंगे. नालासोपारा में 60 फीसदी उत्तर भारतीय रहते हैं. 


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पालघर में शिवसेना के साथ स्थानिय दल बहुजन विकास आघाडी को कड़ी टक्कर देते हुए बीजेपी ने जीत हासिल की थी. पालघर लोकसभा सीट पर बीजेपी सांसद चितांमण वनगा के निधन से खाली हुई थी. बीजेपी के दिवंगत सांसद चिंतामण वनगा के बेटे श्रीनिवास वनगा को शिवसेना ने अपने पार्टी में शामिल कर उम्मीदवार बनाया था तो दूसरी ओर बीजेपी ने कांग्रेस के नेता राजेंद्र गावित को उपचुनाव में उतारा था. बीजेपी के उम्मीदवार राजेंद्र गावित ने जीत हासिल की थी लेकिन गठबंधन में यह सीट शिवसेना ने अपने लिए मांगी है. 


यह सीट बीजेपी -शिवसेना गठबंधन में बीजेपी ही लड़ती आ रही थी लेकिन इस बार सीट बंटवारे के फॉर्मूले के तहत शिवसेना के खाते में चली गई है. स्थानीय दल बहुजन विकास आघाडी का पालघर लोकसभा सीट के वसई और नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र मे अच्छा खासा असर है. साथ नालासोपारा के उत्तर भारतीय मतदाता भी बहुजन विकास आघाडी को मतदान करते रहे है. कांग्रेस-एनसीपी का बहुजन विकास आघाडी के उम्मीदवार बळीराम जाधव को समर्थन हासिल है. इसके चलते उत्तर भारतीय मतदाताओं को साधने के लिए योगी आदित्य नाथ नालसोपारा में शिवसेना उम्मीदवार राजेंद्र गावित के लिए प्रचार रैली करेंगे. 


विपक्षी महागठबंधन के सहयोगी दल बहुजन विकास आघाडी के नेता अजीव पाटील का कहना है कि पालघर उपचुनाव में केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक सभी प्रचार के लिए आए थे लेकिन यहां की जनता बहुजन विकास आघाडी के साथ है. पिछले उपचुनाव में हमारे उम्मीदवार बलिराम जाधव को लीड मिली था. यहां प्रचार के लिए कोई भी आए, हमें फर्क नहीं पड़ता है. इससे पहले भी योगीआदित्य नाथ आए थे, उन्होंने शिवसेना को कोसा था.