लेह : लद्दाख स्वायत्त पवर्तीय विकास परिषद ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष जो मांगें रखीं उनमें लद्दाख से कैलाश मानसरोवर यात्रा के मार्ग को खोलने, पनबिजली परियोजनाओं में रॉयल्टी और खरदोंगला से होते हुए बहुद्देशीय सुरंग के निर्माण की बातें प्रमुख हैं।


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परिषद के प्रमुख रिगजिन स्पालबार ने यहां प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उनके समक्ष लद्दाख क्षेत्र से जुड़ी मांगों की एक सूची रखी। इसके अलावा उन्होंने इस क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए 200 करोड़ रुपये के एक बार के अनुदान की मांग की।


प्रधानमंत्री मोदी यहां 45 मेगावाट की नीम्मो बाजगो पनबिजली परियोजना तथा 44 मेगावाट के चुटक विद्युत स्टेशन का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे हैं। उन्होंने स्पालबार को भरोसा दिया कि वह परिषद की ओर से की गई सभी मांगों पर गौर करेंगे। क्षेत्र में 5000 मेगावाट और 25000 मेगावाट की सौर परियाजनाओं की मांग करते हुए परिषद ने यह भी कहा कि उसे पनजबिली परियोजनाओं में 12.5 फीसदी रॉयल्टी चाहिए। परिषद ने कहा कि इन परियोजनाओं के लिए पूर्वी लद्दाख के क्षेत्र में बड़ा भूखंड अधिग्रहित होगा जबकि इस क्षेत्र में लोग पुशपालन पर निर्भर हैं, ऐसे में इन परियोजनाओं का लोगों की जीविका पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।