किम जोंग ने किया हाइपरसोनिक मिसाइल का टेस्ट, इशारों-इशारों में अमेरिका को दे गए 'चेतावनी'!

उत्तर कोरिया ने हाइपरसोनिक मिसाइल प्रणाली परीक्षण को लेकर कहा है कि यह किसी पर आक्रामक कार्रवाई नहीं, बल्कि उन्होंने आत्मरक्षा के लिए यह कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि देश के प्रतिद्वंद्वियों को रोकने में इससे काफी मदद मिलेगी.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 7, 2025, 11:09 PM IST
    • उत्तर कोरिया की फिर हो रही है निंदा
    • आत्मरक्षा के लिए हुआ मिसाइल परीक्षण
किम जोंग ने किया हाइपरसोनिक मिसाइल का टेस्ट, इशारों-इशारों में अमेरिका को दे गए 'चेतावनी'!

नई दिल्ली: उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता तानाशाह किम जोंग उन अक्सर किसी न किसी वजह से खबरों में आ ही जाते हैं, खासतौर पर वह अपनी धमकियों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. अब फिर से उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया है कि वह सुर्खियों में आ गए हैं. दरअसल, किम जोंग ने हाल ही में नई हाइपरसोनिक मिसाइल प्रणाली को लेकर चेतावनी दे दी है. किम जोंग ने एक समाचार एजेंसी KCNA से बात करते बताया कि इस मिसाइल प्रणाली की वजह से प्रशांत क्षेत्र में देश के प्रतिद्वंद्वियों को रोकने में काफी हद तक मदद मिल सकती है.

ऐसे वक्त पर हुआ मिसाइल परीक्षण

गौरतलब है कि यह परीक्षण उस समय किया गया है जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन दक्षिण कोरिया के दौरे के लिए निकले हुए थे. बता दें कि अमेरिका को उत्तर कोरिया का मुख्य प्रतिद्वंद्वी माना जाता है. दूसरी ओर किम जोंग ने अपनी इस मिसाइल को लेकर बताया कि यह 1,500 किलोमीटर यानी 930 मील की दूरी तय कर चुकी है, वहीं, पानी में जाने से पहले ध्वनि की गति से 12 गुना ज्यादा तेजी से यात्रा की है. 

आत्मरक्षा के लिए बढ़ाया कदम

किम जोंग का कहना है कि यह कोई आक्रामक कार्रवाई नहीं, बल्कि उनके लिए यह आत्मरक्षा की ओर बढ़ता एक कदम है. उन्होंने बताया कि इस मिसाइल प्रणाली का प्रदर्शन दुनिया से नजरअंदाज नहीं हो सकता. यह कोई भी सघन रक्षात्मक अवरोध को तोड़कर प्रतिद्वंद्वी पर हमला करने में सक्षम है. किम ने आगे कहा कि उत्तर कोरिया की रक्षा क्षमताओं को लेकर इसी तरह से विकास तेज़ी से जारी होता रहेगा, जिससे देश सैन्य शक्ति बन पाए.

दक्षिण कोरिया ने की निंदा

किम जोंग का ये बयान सामने आने के बाद विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ ही दक्षिण कोरिया के मंत्री चो ताए-युल ने इस परीक्षण की निंदा की है. उत्तर कोरिया के इस मिसाइल परीक्षण के बार दक्षिण कोरिया ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया है. दक्षिण कोरिया के सैन्य सूत्रों का कहना है कि सतर्कता बरतते हुए और अधिक मिसाइल परीक्षणों की निगरानी के लिए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है.

ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले हुआ मिसाइल परीक्षण

उत्तर कोरिया ने यह मिसाइल परीक्षण अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह से कुछ दिन पहले ही किया है. ट्रंप ने बीते नंवबर में ही अमेरिका के चुनाव जीते हैं. अब माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया के इस कदम से अमेरिका काफी नाराज है. बताया जा रहा है कि उत्तर कोरिया के मिसाइल टेस्ट की वजह से अमेरिका काफी भड़का हुआ रहता है. वह कई बार इसे लेकर उत्तर कोरिया को चेतावनी भी दे चुका है.

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