Budget 2023: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2023-24 में महिलाओं का खास ध्यान रखा है. उन्होंने अपने भाषण में महिलाओं के लिए सेविंग स्कीम (saving scheme) की घोषणा की है. यह बजट महिलाओं के लिए काफी बेहतर साबित होगा. उन्होंने अपने भाषण में कहा कि महिलाओं के लिए आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए सरकार एक स्मॉल सेविंग स्कीम की शुरुआत करेगी. इस स्कीम का नाम होगा महिला सेविंग सर्टिफिकेट और यह 2 साल की निवेश अवधि के लिए है. इस स्कीम में निवेश की राशि पर सालाना 7.5 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा.


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2 लाख तक कर सकेंगी निवेश
निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह वन टाइम सेविंग स्कीम है. महिलाएं सम्मान बचत पत्र 2 साल के लिए उपलब्ध कराई जाएंगी. इसमें 2 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है. इस स्कीम में आंशिक निकासी के विकल्प मौजूद रहेंगे और वार्षिक ब्याज दर 7 फीसदी होगा. स्मॉल सेविंग स्कीम में निवेश कर टैक्सपेयर 80 सी के तहत टैक्स पर छूट प्राप्त कर सकते हैं. इस कैटेगरी के तहत पीपीएफ, सीनियर सिटीजन स्मॉल सेविंग स्कीम, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और सुकन्या समृद्धि योजना जैसी स्कीम आती हैं. महिला सम्मान सेविंग स्कीम को महिला या लड़की के नाम पर ही लिया जा सकती है.


क्या है सुकन्या समृद्धि योजना
बेटियों के भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना सरकार द्वारा चलाई जा रही है. इस स्कीम के तहत माता-पिता अपनी बेटियों के भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं. इस योजना में 10 वर्ष से कम आयु की बेटियों का खाता उनके माता-पिता के नाम पर खुलता है. इसके बाद सालाना 250 रुपये से लेकर 1.50 लाख तक का निवेश कर सकते हैं. पहले इस योजना में दो बेटियों के खाते पर ही 80 सी के तहत टैक्स में छूट मिलता था. लेकिन अब इसमें बदलाव हुआ है और नियम के तहत एक बेटी के बाद अगर दो जुड़वा बेटियां पैदा होती है तो उनके खाते पर भी टैक्स में छूट मिलेगी. यह खाता खोलते वक्त लड़की का जन्म प्रमाण पत्र पोस्ट ऑफिस या बैंक में देना जरूरी होगा. साथ ही लड़की के माता-पिता का पहचान पत्र भी देना पड़ेगा. इस स्कीम पर अभी 7.6% की दर से ब्याज मिल रहा है.


दोनों स्कीमों में यह है अंतर
सुकन्या समृद्धि योजना और महिला सम्मान विकास पत्र में सबसे बड़ा अंतर समय अवधि का है. इसके अलावा सुकन्या समृद्धि योजना लॉन्ग टर्म निवेश स्कीम है और महिला सम्मान विकास पत्र वन टाइम निवेश की स्कीम है. दोनों योजनाओं के ब्याज दर में भी अंतर है. सुकन्या समृद्धि योजना में बेटियों के नाम पर निवेश के लिए उम्र तय है, लेकिन महिला सम्मान विकास पत्र में ऐसा नहीं है.


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