Broccoli Farming: ब्रोकली के सेवन से हम कई गंभीर बीमारियों के होने के जोखिम से बचे रहते हैं. कैंसर से बचने, बढ़ते कोलेस्ट्रोल और दिल की अच्छी सेहत के लिए हेल्थ एक्सपर्ट भी ब्रोकली खाने की सलाह (Health benefits of Broccoli) देते हैं. ब्रोकली के इतने सारे हेल्थ बेनिफिट्स होने के कारण ही यह काफी डिमांड में रहती है. शहरों में तो ब्रोकली खूब देखने को मिल जाएगी, वहीं आजकल गांव में भी यह पहचानी जाने लगी है. बड़े-बड़े मॉल्स और बाजारों में ये खूब बिकती हैं.


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अगर आप एक किसान हैं यह आपके लिए एक शानदार बिजनेस आइडिया हो सकता है, जिस बिजनेस की हम बात कर रहे हैं वह ब्रोकली की खेती (Broccoli Farming) है, जिसके जरिए आप मोटी कमाई कर सकते हैं. आज इस आर्टिकल में जानेंगे कि ब्रोकली की खेती  कैसे होती है(How to do Broccoli Farming) और इससे आप कितना मुनाफा कमा सकते हैं. 


ब्रोकली के फायदे हैं बहुत 
ब्रोकली एक बढ़िया एंटी-ऑक्सिडेंट है. इसकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि ये कैंसर के खिलाफ लड़ने में मददगार है. वहीं, इसका सबसे बड़ा फायदा कि इससे सेवन से बेड कोलेस्ट्रोल लेवल को घटाया जा सकता है. ब्रोकली खाने के बॉडी में एलर्जिक रिएक्शन और इनफ्लेमेशन की शिकायत कमी होती है. इससे  हमारी हड्डियों और दिल की सेहत बेहतर होती है. इसमें खूब फाइबर पाया जाता है, इसलिए इसे डाइट में इस्तेमाल किया जाता है.


ब्रोकली की खेती 
खेतों में ब्रोकली की बुवाई का सबसे सही समय होता सर्दियों के मौसम में होता है. हमारे देश में सितंबर के आखिरी हफ्ते से लेकर मार्च की शुरुआत तक ब्रोकली की खेती की होती है. ठंडी जलवायु इसके लिए अच्छी मानी जाती है. अक्टूबर से लेकर नवंबर में ब्रोकली की नर्सरी तैयार की जाती है.


इसके बाद इन पौधों की रोपाई की जाती है. इसकी नर्सरी उसी तरह से तैयार की जाती है, जैसे फूल गोभी, पत्ता गोभी आदि की होती है. ब्रोकली के पौधे 4 से 5 हफ्तों में रोपाई के लिए तैयार हो जाते हैं. ब्रोकली क पौधे रोपने से पहले खेतों में भरपूर मात्रा में गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट डालना जरूरी है. 


मिट्टी का सही चुनाव बहुत जरूरी 
आमतौर पर ब्रोकली की खेती के लिए कई तरह की मिट्टी इस्तेमाल होती है, लेकिन बढ़िया पैदावार के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है. इसकी खेती के लिए 18 से 23 डिग्री का तापमान सबसे सही होता है. इस बात का ध्यान जरूरी है कि जहां ब्रोकली की फसल लगी हो वहां कम से कम 6 घंटे धूप आती हो और खेत में पानी निकासी की सुविधा हो. 


ऐसे करें पौधों की बुवाई
ब्रोकली तीन रंगों की होती है, जिसमें सफेद, हरी और बैंगनी रंग शामिल हैं. हालांकि, सबसे ज्यादा डिमांड ग्रीन ब्रोकली की होती है. आप अपने एरिया के मुताबिक कोई भी रंग की ब्रोकली का चुनाव कर सकते हैं. एक हेक्टेयर खेत में ब्रोकली की बुवाई के लिए 400 से 500 ग्राम बीजों की जरूरत पडे़गी.


ये बीज आप कृषि अनुसंधान केंद्र, बीज भंडार या फिर ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं. ब्रोकली के पौधों को 30 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाते हैं और दो लाइनों के बीच की दूरी 45 सेंटीमीटर के होनी चाहिए. ब्रोकली की सिंचाई 10 से लेकर 12 दिन में करनी पड़ती है. 


जानें कितना होगा उत्पादन
ब्रोकली की फसल 60 से 65 दिनों के अंदर ही हार्वेस्टिंग के लिए तैयार हो जाती है. अगर ब्रोकली की फसल बढ़िया हुई है तो आपको एक हैक्टेयर में लगभग 12-15 टन तक उत्पादन मिल सकता है. इस बात का ध्यान रखें कि जा किसान बार-बार ब्रोकली की फसल लगाते हैं तो खेत बदलते रहें. एक ही खेत में बार-बार ब्रोकली लगाएंगे तो इसकी पैदावार पर असर पड़ेगा और आपको उत्पादन कम मिलेगा.