Tomato Farming Business Idea: अगर आप किसान हैं और कोई ऐसी फसल की खेती करना चाहते हैं, जिसमें आपको तगड़ा मुनाफा मिले तो हम आपको एक शानदार बिजनेस आइडिया बता रहे हैं. आप टमाटर की खेती करके मोटा मुनाफा कमा सकते हैं. टमाटर की खेती की शुरुआत करने के लिए यह सही समय है. जुलाई-अगस्त के दौरान ही टमाटर के बीजों की बुआई की जाती हैं. इन दिनों टमाटर के रिटेल भाव 100-120 रुपये के बीच हैं. 


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इस समय करें टमाटर की खेती
आमतौर पर टमाटर की खेती सालभर में कभी भी की जा सकती है. हालांकि, उत्तर भारत के ज्यादातर किसान दो बार टमाटर की फसल लगात हैं. एक बार जुलाई-अगस्त में जो फरवरी-मार्च तक चलती है और दूसरी बार नवंबर-दिसंबर में, जो जून-जुलाई तक चलती है.


टमाटर की नर्सरी 
टमाटर की खेती करने के लिए सबसे पहले नर्सरी तैयार करनी पड़ती है, जो सीड लिंक ट्रे या जमीन पर भी तैयार कर सकते हैं. सीड लिंक ट्रे से यह फायदा होता है कि इसे आसानी से इधर से उधर कर सकते हैं. वहीं, महीने-डेढ़ महीने बाद जब इन पौधों की खेत में पौधों की रोपाई से उन्हें कोई ट्रांसफर शॉक नहीं लगेगा, क्योंकि पौधों को खेत में ट्रांसफर करने के दौरान अगर उनकी जड़ें हिल जाती हैं, जिसके बाद कुछ दिन में सूखने लगते हैं. 


पौधों को ऐसे दें सहारा 
एक हेक्टेयर (2.5 एकड़) खेत में लगभग 15,000 पौधे लगते हैं. तकरीबन 2 से 3 महीने में इस फसल से फल मिलने शुरू हो जाते हैं, जो 9-10 महीनों मिलते हैं.   अच्छी पैदावार चाहते हैं तो बैंबू और वायर का इस्तेमाल कर तार बांधकर उस पर पौधे चढ़ाने चाहिए. इससे फसल को अच्छी हवा लगती है.  साथ ही फलों की तुड़ाई आसान होने के साथ ही कीटनाशक आदि का छिड़काव करना भी आसान हो जाता है. 


कितनी लागत, कितना मुनाफा? 
आपको एक हेक्टेयर में टमाटर की खेती के लिए बीज पर 40-50 हजार रुपये की लागत आएगी. बैंबू और तार पर लगभग 70-75 हजार रुपये खर्च होंगे. करीब 20-25 हजार रुपये का मल्चिंग पेपर भी लग जाएगा. वहीं, लेबर और जुताई का खर्च भी आएगा. इस हिसाब से आपको कुल लागत 2.5 से 3 लाख रुपये तक आएगी. वहीं, सबकुछ सही रहा तो आपको 25-30 टन टमाटर की पैदावार मिलगी. ऐसे में मौसम और मार्केट में डिमांड के हिसाब से आपका मुनाफा बढ़ेगा. मान लीजिए कि अगर आप टमाटर केवल 20 रुपये किलो के हिसाब से भी बेचते हैं तो आप 5-6 लाख रुपये तक कमाएंगे. 


इन बातों का रखें ध्यान


  • पहले खेत की मिट्टी की दो-तीन बार अच्छे से जुताई कर लें. 

  • यह सुनिश्चित करें कि खेत में किसी पोषक तत्व की कमी ना हो. 

  • रोपाई से पहले गोबर की खाद या अन्य तरह के उर्वरकों डालें. 

  • खेत में बारिश का पानी रुकना नहीं चाहिए, वरना पौधे खराब हो सकते हैं. 

  • बंपर उत्पादन के लिए अच्छी क्वालिटी के बीजों का चुनाव करें.

  • समय-समय पर पौधों पर कीटनाशक का छिड़काव करें.