Export in May: मई महीने में गिरा देश का निर्यात, व्यापार घाटा पहुंचा 5 महीने के रिकॉर्ड लेवल पर
Indian Exports Fall Down: मई में देश का आयात भी 6.6 प्रतिशत घटकर 57.1 अरब डॉलर पर आ गया जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 61.13 अरब डॉलर था. इस तरह मई में देश का व्यापार घाटा 22.12 अरब डॉलर रहा जो पिछले पांच महीनों में सबसे अधिक है.
Exports Fall in May 2023: देश का निर्यात मई के महीने में सालाना आधार पर 10.3 प्रतिशत गिरकर 34.98 अरब डॉलर पर आ गया जबकि व्यापार घाटा बढ़कर पांच महीनों के उच्च स्तर 22.12 अरब डॉलर पर पहुंच गया. वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, मई में पेट्रोलियम उत्पाद, रत्न एवं आभूषण, इंजीनियरिंग उत्पाद, रेडिमेड कपड़ों और रसायनों के निर्यात में गिरावट आने से कुल निर्यात आंकड़े में कमी दर्ज की गई है.
मई में कितना रहा देश का व्यापार घाटा?
इन आंकड़ों के मुताबिक, मई में देश का आयात भी 6.6 प्रतिशत घटकर 57.1 अरब डॉलर पर आ गया जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 61.13 अरब डॉलर था. इस तरह मई में देश का व्यापार घाटा 22.12 अरब डॉलर रहा जो पिछले पांच महीनों में सबसे अधिक है. इसके पहले दिसंबर, 2022 में व्यापार घाटा 23.89 अरब डॉलर रहा था.
निर्यात 11.41 प्रतिशत घटा
चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों (अप्रैल-मई) में कुल मिलाकर निर्यात 11.41 प्रतिशत घटकर 69.72 अरब डॉलर रहा है. इस अवधि में आयात भी 10.24 प्रतिशत गिरावट के साथ 107 अरब डॉलर रहा है. वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने आयात एवं निर्यात के इन आंकड़ों पर कहा कि वैश्विक व्यापार के मोर्चे पर प्रतिकूल हालात अब भी बने हुए हैं क्योंकि कई देशों में आर्थिक मंदी एवं सुस्ती के हालात हैं.
आर्थिक गतिविधि सुस्त पढ़ने का दिखा असर
उन्होंने कहा कि कुछ विकसित बाजारों में आर्थिक गतिविधियों के सुस्त पड़ने से आयात मांग पर असर पड़ा है. हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि विकसित देशों में मांग जोर पकड़ेगी.
40 देशों में निर्यात बढ़ाने पर है जोर
इसके साथ ही बर्थवाल ने बताया कि निर्यात को प्रोत्साहन देने के लिए मंत्रालय एक व्यापार रणनीति बनाने में जुटा हुआ है. दुनिया के 40 देशों में निर्यात बढ़ाने की इस मुहिम में वाणिज्य विभाग और उद्योग संवर्द्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग के अलावा इंवेस्ट इंडिया और विदेशों में स्थित भारतीय दूतावास भी लगे हुए हैं.
निर्यात बढ़ाने पर है सरकार का जोर
उन्होंने कहा कि सरकार घरेलू बाजार की जरूरतों को पूरा करने के साथ निर्यात बढ़ाने पर ध्यान देगी. इसके लिए दोनों विभाग मिलजुलकर काम करेंगे. सरकार शुरुआती दौर में 11 देशों में निर्यात बढ़ाने की रणनीति पर काम करेगी जिसमें आठ-नौ उत्पाद समूहों पर खास जोर रहेगा.