How To Get Good Interest on FD: रिजर्व बैंक ऑफ इंड‍िया (RBI) की तरफ से रेपो रेट में क‍िसी तरह का बदलाव नहीं किया गया. अब ऐसे संकेत भी म‍िल रहे हैं क‍ि रेट हाइक साइकल जल्द खत्म हो सकता है. पिछले साल से जब रेपो रेट में इजाफा क‍िया गया तो बैंक एफडी की ब्याज दरें भी बढ़ गईं. कई बैंकों की तरफ से सीन‍ियर स‍िटीजन और कुछ चुन‍िंदा ग्राहकों को 9% से ज्‍यादा FD पर ब्याज की पेशकश कर रहे हैं.


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ब्याज दर में बढ़ोतरी की संभावना न के बराबर


जानकारों का कहना है क‍ि रेपो रेट हाइक साइकल के अंत का मतलब है कि अब एफडी पर म‍िलने वाली ब्याज दर में और बढ़ोतरी की संभावना न के बराबर है. इसलिए, ऐसे निवेशक जो एफडी पर ज्‍यादा से ज्‍यादा ब्‍याज का फायदा लेना चाहते हैं. उनके लिए हाई इंटरेस्‍ट रेट पर एफडी बुक करने का यह अच्छा समय है. आपको बता दें जब आप एक न‍िश्‍च‍ित दर पर एफडी बुक कराते हैं तो जमा अवधि के दौरान इसमें क‍िसी प्रकार का बदलाव नहीं होता.


रेपो रेट में क‍िसी प्रकार का बदलाव नहीं
एमपीसी से पहले जैसी उम्‍मीद की जा रही थी उसकी के अनुरूप, RBI ने रेपो और रिवर्स रेपो रेट की दर में क‍िसी प्रकार का बदलाव नहीं क‍िया. एक्‍सपर्ट का कहना है क‍ि खुदरा निवेशकों के ल‍िए यह एफडी में पैसा लॉक करने का सबसे सही समय है. क्योंकि ब्याज दरें अपने चरम पर हैं. आगे आने वाले समय में ब्‍याज दर ग‍िरकर नीचे आ सकती हैं.


एक और एक्‍सपर्ट कहते हैं क‍ि बढ़ती दरों का फायदा उठाने के लिए 30 दिन की अवधि के लिए एफडी को ऑटो-नवीनीकरण में रखना कभी-कभी समझदारी भरा होता है. आरबीआई (RBI) की तरफ से रेपो रेट को रोकने के मद्देनजर, यह ज्‍यादा समझदारी भरा कदम हो सकता है कि वर्तमान में उपलब्ध उच्च ब्याज दरों पर लंबी अवधि की एफडी बुक करें.