IPO Price: शेयर बाजार में निवेश करने के कई माध्यम मौजूद है. लोग अलग-अलग तरह से शेयर बाजार में इंवेस्टमेंट कर सकते हैं. इनमें से एक तरीका आईपीओ का भी है. जब कोई कंपनी पहली बार शेयर बाजार के जरिए निवेशकों से पैसा उठाती है तो इसके लिए कंपनी की ओर से आईपीओ (इनिशियल पब्लिक ऑफर) लाया जाता है. इसके बाद ही कोई कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट होती है. ऐसे में अगर आप आईपीओ में पहली बार निवेश करने वाले हैं तो सावधान हो जाइए और इन पहलुओं को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें. आइए जानते हैं इसके बारे में...


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कंपनी की बैलेंसशीट
कोई भी कंपनी अपना आईपीओ ला सकता है. ऐसे में हर किसी कंपनी में इंवेस्टमेंट करना क्यों सही है, इसके लिए बैलेंसशीट काफी मदद कर सकती है. आईपीओ आए और उसमें पैसा लगाना चाहें तो कंपनी की बैलेंसशीट जरूर चेक कर लें. इसके बाद ही आईपीओ में पैसा लगाना है या नहीं लगाना है, इस पर ध्यान दें.


कंपनी का बिजनेस
किसी भी कंपनी का बिजनेस जिस प्रकार का होगा, उसे उसी प्रकार की ग्रोथ हासिल होगी. ऐसे में कंपनी के बिजनेस पर फोकस करें और देखें कि क्या ये बिजनेस भविष्य में आगे बढ़ पाएगा या नहीं. कंपनी के बिजनेस ग्रोथ का अंदाजा लगाने के बाद ही उसमें इंवेस्टमेंट करें.


प्रमोटर्स की स्थिति
इसके साथ ही कंपनी के प्रमोटर्स की स्थिति जरूर देखने चाहिए. उन प्रमोटर्स में किस प्रकार से शेयरों का आवंटन किया गया है. इस पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है. साथ ही देखें कि प्रमोटर्स पर किसी प्रकार का कोई धोखाधड़ी या अन्य कोई केस तो नहीं चल रहा हो. इसमें संतुष्टि मिलने के बाद ही निवेश का फैसला लें.


प्राइज बैंड
कोई आईपीओ कितने प्राइज बैंड पर आ रहा है, इस पर भी ध्यान दिए जाने की जरूरत हैं और चेक करें कि कहीं प्राइज बैंड ओवर वैल्यूड तो नहीं है. इसके बाद ही निवेश के लिए आगे बढ़ें.