Rakesh Jhunjhunwala Tips: लोगों पर आज भी पैसा बरसाती है राकेश झुनझुनवाला की ये टिप्स, कमाई करनी हो जाएगी आसान
Rakesh Jhunjhunwala Portfolio: राकेश झुनझुनवाला ने शेयर बाजार में इंवेस्टमेंट कर ऐसा मुकाम हासिल किया था जिसे लोग आज भी काफी सराहते हैं. वहीं राकेश झुनझुनवाला शेयर मार्केट में इंवेस्टमेंट के लिए कुछ बातों को काफी फॉलो किया करते थे. इन बातों से आज भी लोग बाजार से काफी पैसा कमा रहे हैं.
Share Market: शेयर मार्केट के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) आज हमारे बीच नहीं है लेकिन उनकी यादें आज भी लोगों के जहन में ताजा है. राकेश झुनझुनवाला ने शेयर बाजार में इंवेस्टमेंट कर ऐसा मुकाम हासिल किया था जिसे लोग आज भी काफी सराहते हैं. वहीं राकेश झुनझुनवाला शेयर मार्केट (Share Market) में इंवेस्टमेंट के लिए कुछ बातों को काफी फॉलो किया करते थे. इन बातों से आज भी लोग बाजार से काफी पैसा कमा रहे हैं. आइए जानते हैं राकेश झुनझुनवाला के शेयर मार्केट के टिप्स के बारे में...
लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट- राकेश झुनझुनवाला का कहना था कि शेयर बाजार में हमेशा लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट करें. कभी भी छोटे प्रॉफिट के लिए शेयर बाजार में न आएं. शेयर बाजार में किया गया इंवेस्टमेंट जितना ज्यादा लंबे वक्त के लिए होगा, उसका रिटर्न उतना ही ज्यादा मिलेगा. सही कंपनियों में लंबे समय का निवेश हमेशा फायदा देगा.
इमोशनल इंवेस्टमेंट से दूर रहें- राकेश झुनझुनवाला का कहना था कि भावनात्मक निवेश शेयर बाजारों में नुकसान का एक निश्चित तरीका है. भावनात्मक निवेश (Emotional Investment) में मंदी के दौरान पैनिक-खरीदारी या जब बाजार अच्छा कर रहा हो तो बहुत अधिक खरीदारी करना शामिल है. उनका कहना है कि मंदी के दौरान बेचने से केवल नुकसान होगा और जब बाजार अच्छा कर रहा हो तो लालच में और अधिक खरीदने पर भी नुकसान की संभावना रहती है. ज्यादा प्राइज पर खरीदने से नुकसान भी हो सकता है क्योंकि शेयर महंगे हो सकते हैं.
रिसर्च करें- राकेश झुनझुनवाला का कहना था कि किसी भी कंपनी में निवेश करते वक्त उस कंपनी को लेकर अच्छे से रिसर्च करें. बिना रिसर्च किए इंवेस्टमेंट करने से गलत कंपनी में पैसा लग सकता है.
हिस्टोरिकल डेटा पर निर्भर न रहें- राकेश झुनझुनवाला का मानना था कि किसी शेयर का पिछला रिकॉर्ड कैसा रहा है, उस डेटा पर ही निर्भर न रहें. झुनझुनवाला कहते थे कि आपको वर्तमान के बारे में चुनाव करने के लिए कभी भी अतीत के आंकड़ों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए. बाजार को पूरी तरह से समझना और चुनाव करना महत्वपूर्ण है. जब कोई ऐतिहासिक डेटा पर निर्भर करता है, तो यह संभव है कि भावनाएं और तर्कहीन सोच भूमिका निभा सकती है. किसी को अतीत के खुद को दोहराने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए क्योंकि शेयर बाजार अर्थव्यवस्था, खरीदारी के तरीके आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं.