Sweet Revolution: देश के किसानों की उन्नति और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए केंद्र और राज्य की सरकारें बहुत कुछ कर रही है. इसी कड़ी में अब बिहार सरकार ने राज्य में शहद उत्पादन के जरिए मीठी क्रांति को बढ़ावा देने का फैसला किया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसके लिए नेशनल बी कीपिंग एंड हनी मिशन (National Beekeeping and Honey Mission) की शुरुआत हो रही है. इस मिशन के लिए कुल 17 जिलों को चुना गया है. इससे राज्य के लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही शहद के उत्पादन में तेजी से उछाल भी आएगा. यहां जानें इस योजना के बारे में विस्तार से...


हर जगह है बिहार के शहद की डिमांड
आपको बता दें कि बिहार में बड़े पैमाने पर शहद का उत्पादन किया जाता है. लगभग 50 हजार लोग इस बिजनेस से रोजी-रोटी कमा रहे हैं. यहां के शहद की डिमांद विदेशों में भी बहुत ज्यादा है. यह अमेरिकी, सऊदी अरब, कतर, मोरक्को आदि देशों में सबसे ज्यादा भेजा जाता है. ऐसे में नेशनल बी कीपिंग एंड हनी मिशन की शुरुआत होने का सबसे ज्यादा फायदा यहां के मधुमक्खी पालकों को होगा.


ये जिले बनेंगे शहद उत्पादक 
बिहार सरकार के कृषि विभाग ने इस संबंध में अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंड से जानकारी साझा की है. इसके अनुसार मधु क्रांति को बढ़ावा देने के लिए औरंगाबाद, भागलपुर, भोजपुर, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, जमुई, किशनगंज, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, पटना, पूर्णिया, रोहतास, समस्तीपुर, सारण, सीतामढ़ी और वैशाली समेत कुल जिलों को चुना गया है. 


हनी मिशन का मकसद
इस योजना का उद्देश्य मधु क्रांति लाना है. इसके लिए वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन और शहद उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा. कृषि एवं गैर कृषि परिवारों की आर्थिक हालत सही करने में भी यह योजना मददगार साबित होगी. वहीं, राज्य सरकार शहद उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए महिला और किसान समूहों, सहकारी समितियों को सब्डिसी देगी.