सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर लोग अक्सर अपनी कहानियां शेयर करते रहते हैं. एक बड़े ऑनलाइन ग्रुप में लोग अपने अनुभव शेयर करते हैं, सलाह मांगते हैं और समान रुचियों वाले लोग आपस में जुड़ते हैं. हाल ही में, एक महिला ने रेडिट पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उसने खासकर जर्मनी में रहने वालों से सुझाव मांगे. उसने पूछा कि क्या उसका नाम जर्मनी में किसी समस्या का कारण बन सकता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें: साल में 25 लाख रुपये की कमाई भी कम है... खुद देख लें ये हिसाब-किताब, लोग हो रहे बांवले


उसका नाम क्या है?


महिला ने लिखा, “क्या स्वास्तिका नाम की किसी महिला को जर्मनी में कोई समस्या होगी? (यह मजाक नहीं है).” उसने अपने पोस्ट में स्वास्तिका के प्रतीक का हिंदू धर्म में महत्व बताते हुए कहा, “मेरे पास ड्रेज़डेन में एक सम्मेलन है, लेकिन मैं सच में डर रही हूं कि लोग मुझे फासिस्ट या नाजी समझेंगे. मुझे यह भी नहीं पता कि क्या मुझे वीजा मिलेगा. मेरा नाम बदलना बहुत कठिन है क्योंकि सभी दस्तावेज बदलना पड़ेगा.”


नाम को लेकर चिंता क्यों?
हिंदू धर्म में स्वास्तिका एक पवित्र प्रतीक है, जिसे समृद्धि, अच्छे भाग्य और नए प्रारंभ से जोड़ा जाता है. लेकिन जर्मनी में इसका अर्थ काफी भिन्न है. वहां नाजी पार्टी ने स्वास्तिका के एक रूप को अपनाया, जिससे यह आर्यन श्रेष्ठता और यहूदियों के प्रति घृणा से जुड़ गया. इस दुर्भाग्यपूर्ण संबंध के कारण पश्चिमी देशों में इस प्रतीक की व्यापक निंदा की गई है.


हैरान करने वाली प्रतिक्रिया
महिला ने लिखा, “मुझे नहीं लगा कि यह कोई बड़ी बात है, लेकिन जब मैंने एक अमेरिकी व्यक्ति से अपना नाम बताया, तो वह पूरी तरह से अविश्वस्त था.” उसने आगे कहा, “क्या मेरा यूरोप यात्रा करने का सपना चुराया गया?”


यह भी पढ़ें: भारत में यहां की तबाही का मंजर देखकर कांप जाएगी रूह, भयानक तूफान में जान बचाकर भागे लोग! 


Reddit पर क्या कहा गया?
रेडिट समुदाय ने महिला की मदद की, और कई लोगों ने उसे अपने नाम के कारण उत्पन्न हो सकने वाली समस्याओं से बचने के तरीके सुझाए. एक Reddit यूजर ने सुझाव दिया, “आपको अधिकारियों से कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए, जैसे एयरपोर्ट पर. मैं सम्मेलन आयोजकों से बात करने की सलाह दूंगा कि क्या वे नाम टैग पर संक्षिप्त नाम छाप सकते हैं, जैसे ‘S. आपका नाम’."


एक ने लिखा, "इससे बातचीत के दौरान यह पहला विषय नहीं बनेगा. और चूंकि यह एक सम्मेलन है, इसलिए शिक्षा का स्तर अधिक होना चाहिए. जर्मनी में प्रतीक का दुरुपयोग और इसकी उत्पत्ति के बारे में जानकारी अच्छी तरह से जानी जाती है. इसलिए इसके बारे में ज्यादा न सोचें.” एक अन्य यूजर ने कहा, “यह सही जवाब है. एक नाम टैग बनवाएं जो आपका पहला नाम न बताए और लोगों से मिलते समय उपनाम का उपयोग करें.”