America Woman pregnancy: ज्यादातर महिलाओं का मां बनना जीवन में आने वाले बड़े परिवर्तन के तौर पर देखा जाता है. किसी महिला के द्वारा बच्चों को जन्म देना उसके लिए सबसे कठिन और खुशियों भरा लम्हा होता है. महिलाओं की प्रेग्नेंसी का एक चक्र 9 महीने का होता है लेकिन कई विशेष परिस्थितियों में बच्चे का जन्म सातवें या आठवें महीने में भी हो जाता है. यहां एक ऐसे केस के बारे में बताया जा रहा है जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान हो गए. एक महिला करीब 9 सालों तक प्रेग्नेंट रही. इसके बाद उसके पेट से बच्चे की जगह एक कठोर पत्थर निकला.


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क्या है पूरा मामला?


यहां जिस मामले का जिक्र किया जा रहा है, वह अमेरिका के कांगो का है. डेली मेल में प्रकाशित एक रिपोर्ट की मानें तो एक अमेरिकन महिला करीब 9 सालों तक प्रेग्नेंट रही और उसके बाद उसके पेट से पत्थर निकला. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऐसी घटनाओं को मेडिकल की भाषा में लिथोपेडियन कहा जाता है. इसमें बच्चे तक खून पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पाता है और उसकी ग्रोथ गर्भावस्था के दौरान रुक जाती है. अमेरिकन महिला के केस में भी ऐसा ही हुआ.


डॉक्टर ने दी ये जानकारी


डॉक्टर ने बताया कि महिला की प्रेग्नेंसी के सातवें महीने में बच्चे की मूवमेंट नहीं हो रही थी. महिला को लगा कि उसका बच्चा मिसकैरिज हो चुका है, लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि ऐसा नहीं हुआ था लेकिन बच्चा अब जीवित नहीं था. इसके बाद डॉक्टर ने कई दवाइयां लिखीं और महिला को वापस चेकअप के लिए बुलाया था. घर पहुंचने पर लोगों ने महिला को ताने देना शुरू किया, उसके बाद वह बच्चे की सर्जरी के लिए वापस अस्पताल नहीं गई और 9 साल तक मृत बच्चा ऐसे ही कोख में पड़ा रहा. ऐसे में जब महिला कुछ भी खाना खाती थी तब उसे हजम नहीं होता था और धीरे-धीरे को कुपोषण का शिकार हो गई. बढ़ते कुपोषण के चलते महिला की मौत हो गई. इसके बाद सर्जरी करने पर डॉक्टर ने पाया कि महिला के पेट में पल का बच्चा बिल्कुल पत्थर हो चुका है. महिला के पेट में मौजूद फीटस पत्थर बनकर आंतों में फंस चुका था जिससे उसकी मौत हो गई.


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