बीकानेर पुलिस ने निभाया मामा का फर्ज, गरीब की बेटी का `मायरा` भरकर किया विदा
महिला थाने के स्टाफ ने मामा का फर्ज निभाते हुए गरीब की बेटी का मायरा भरकर मिसाल पेश की. इस मौके पर थानाधिकारी समेत पूरा स्टाफ मौजूद रहा. सभी ने मिलकर बेटी को आशीर्वाद दिया.
बीकानेर: आमतौर पर लोगों में खाकी को लेकर काफी गलत धारणाएं बनी हुई हैं लेकिन बीकानेर (Bikaner) में पुलिस ने कुछ ऐसा किया, जिससे अब चारों तरफ पुलिस की वाहवाही हो रही है. बीकानेर में पुलिसकर्मी सामाजिक सरोकार निभाते नज़र आए.
यहां महिला थाने के स्टाफ ने मामा का फर्ज निभाते हुए गरीब की बेटी का मायरा भरकर मिसाल पेश की. इस मौके पर थानाधिकारी समेत पूरा स्टाफ मौजूद रहा. सभी ने मिलकर बेटी को आशीर्वाद दिया.
दरअसल, पवनपुरी साउथ कॉलोनी में रहने वाली पुनु देवी काफी गरीब हैं. अपने घर का खर्च चलाने के लिए पुनु देवी संविदा पर खाना काम बनाने का काम करती हैं. पुनु देवी की बेटी शादी लायक हुई तो उसकी शादी की चिंता हुई. बेटी की शादी करने के लिए गरीब पुनु देवी के रुपयों की कमी थी लेकिन उसके इस मुश्किल में काम आई लोगों की मदद के लिए हमेशा खड़ी रहने वाली प्रदेश की पुलिस. आपने देखा होगा कि लड़की की शादी में ननिहाल से मामा अपने रिश्तेदारों के साथ मायरा भरने आता है. बीकानेर में महिला थाने के स्टाफ ने मामा का फर्ज निभाते हुए एक गरीब की बेटी का मायरा भरकर सामाजिक संदेश दिया.
1 लाख 50 हजार रुपये की राशि भी दी
पुनु देवी की बेटी की शादी में थानाधिकारी मनोज माचरा ने स्टाफ के आपसी सहयोग की ठानी और पूरे स्टाफ ने अपने सामर्थ्य अनुसार मदद देकर पुनु देवी की मदद की. सभी ने मदद करते हुए पूरे स्टाफ की तरफ से मायरे में घरेलू सामान के साथ एक लाख पचास हजार रुपये नगद राशि भी दी.
जाहिर है कि पुलिस को लेकर जो आम धारणा लोगों में बनी हुई है, उस धारणा से उलट जो काम बीकानेर पुलिस ने किया. वो ये संदेश देने के लिए काफी है कि पुलिस सिर्फ बल का इस्तेमाल ही नहीं करती बल्कि सामजिक सरोकार भी निभाती है.
Edited by: Sumit Singh, News Desk