Weapons For Indian Army: हाल ही में भारत सरकार ने सेना के लिए 70 हजार 584 करोड़ के डिफेंस इक्विपमेंट की खरीद को मंजूरी दी है. यह सब तब हुआ जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में डिफेंस एक्वजिशन काउंसिल ने खरीद को मंजूरी दी. आइए इन हथियारों के जखीरों के बारे में समझते हैं कि कैसे ये पलक झपकते ही भारत के दुश्मनों को तबाह कर देंगे. इनमें मेड इन इंडिया के भी कुछ इक्विपमेंट शामिल हैं जिसके बारे में देशवासियों को जानना चाहिए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सभी हथियार मेड इन इंडिया
दरअसल, सरकार ने स्वदेशी हथियारों की खेप तैयार करने के लिए 70 हजार करोड़ रुपये की मंजूरी दी है. यह सभी हथियार मेड इन इंडिया होंगे और इसके जरिए आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी एक बड़ा कदम बढ़ाया जाएगा. आइए जानते हैं कि इस पूरी प्रक्रिया में कौन-कौन से मुख्य हथियार होंगे और वे किस तरह दुश्मनों के लिए ख़तरा साबित हो सकते हैं. रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक में इन हथियारों के बारे में बताया गया और इनके बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है.


जरूरतों के लिए तैयार 
जानकारी के मुताबिक इन हथियारों में नौसेना के लिए 60 मेड इन इंडिया यूटिलिटी हेलिकॉप्टर मरीन, 200 ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, सेना के लिए 307 ATAGS हॉवित्जर, भारतीय तट रक्षक के लिए 9 ALH ध्रुव हेलिकॉप्टर शामिल हैं. इनमें UH मरीन ALH ध्रुव हेलिकॉप्टर का एक वैरिएंट है और 2025-26 की समय-सीमा तक समुद्री जरूरतों के लिए तैयार हो जाएगा. 


मेगा ऑर्डर!
भारतीय तट रक्षक के लिए जिन 9 ALH ध्रुव मार्क 4 हेलिकॉप्टरों के अधिग्रहण को भी मंजूरी दी है, वे 3800 करोड़ रुपए से भी ज्यादा के हैं. इसके साथ ही इस सौदे में भारतीय नौसेना के लिए एचएएल से 60 यूएच समुद्री हेलिकॉप्टर खरीदने के लिए 32,000 करोड़ रुपए का मेगा ऑर्डर शामिल है. इन सबमें अगर हथियारों की ताकत की बात करें तो ब्रह्मोस एक सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है और अपने दुश्मन को किसी भी तरह से भेद सकती है.


भारतीय प्रतिभा में विश्वास
इसके अलावा ध्रुव मार्क हेलिकॉप्टर लंबे समय तक उड़ान भर सकते हैं और तमाम संसाधनों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में सक्षम हैं. इस सौदे में हॉवित्जर तोपें भी किसी भी वक्त दुश्मनों को भेद सकती हैं. फिलहाल इन प्रस्तावों को मंजूरी दिए जाने के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी कहा कि यह भारतीय प्रतिभा में विश्वास की पुष्टि है.


हिंदी खबरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे