8 हजार के बदले मिले 82 करोड़, खुशी का नहीं था ठिकाना; कुछ ही समय बाद मिली ऐसी बुरी खबर
Refunded Rs 82 crore Instead Of Rs 8000: ऑस्ट्रेलिया के एक परिवार के साथ हुआ, जब उनके अकाउंट में 8 हजार रुपये के जगह 82 करोड़ रुपये आ गए. फिर क्या, इस परिवार ने भी वही किया जो अमूमन बाकी सभी करते. उन्होंने जमकर शॉपिंग की और खूब एन्जॉय किया.
Cryptocurrency Trader: अगर अचानक आपके अकाउंट में करोड़ों रुपये आ जाए तो आप क्या करेंगे? मेरे ख्याल से ज्यादातर लोग ढेर सारी शॉपिंग करेंगे और अपनी जरुरतों का सामान घर लेकर आएंगे. कुछ ऐसा ही ऑस्ट्रेलिया के एक परिवार के साथ हुआ, जब उनके अकाउंट में 8 हजार रुपये के जगह 82 करोड़ रुपये आ गए. फिर क्या, इस परिवार ने भी वही किया जो अमूमन बाकी सभी करते. उन्होंने जमकर शॉपिंग की और खूब एन्जॉय किया, लेकिन बाद में यह मौज-मस्ती थोड़ी गंभीर हो गई जब क्रिप्टो कपंनी ने अपने पैसे वापस मांग लिए, क्योंकि उन्होंने गलती से परिवार के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए थे.
परिवार के अकाउंट में आ गए करोड़ों रुपये
ऑस्ट्रेलिया में एक परिवार को एक क्रिप्टो कंपनी क्रिप्टो डॉट कॉम ने गलती से 100 डॉलर के बजाय 10.4 मिलियन डॉलर का रिफंड भेज दिया. इस खुशी से परिवार खरीदारी करने लगा, लेकिन कंपनी में बाद में परिवार को झटका देते हुए कहा है कि परिवार को सारे पैसे चुकाने होंगे वरना उन्हें कानूनी लड़ाई का सामना करना पड़ेगा. डेली मेल की खबर के मुताबिक, परिवार को अब क्रिप्टोकरेंसी व्यापारी क्रिप्टो डॉट कॉम द्वारा गलती से भेजे गए 10.4 मिलियन डॉलर के एक्सिडेंटल ट्रांसफर से खर्च किए गए हर पैसे का भुगतान करने होगा. अब उन्हें मूल रकम के साथ ही ब्याज के तौर पर 1.35 मिलियन डॉलर से अधिक का भुगतान करना होगा.
पैसे मिलते ही खर्च करना कर दिया शुरू
थेवमनोगरी मनिवेल और उनकी बहन दोनों मेलबर्न के निवासी हैं. दोनों उस समय हैरान रह गए जब उनके बैंक खाते में 10,474,143 डॉलर की शेष राशि प्रदर्शित हुई. शुरू में उन्हें थोड़ा बहुत मालूम था कि उनके खाते में इतने एक्स्ट्रा पैसे सिंगापुर स्थित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म द्वारा पेमेंट त्रुटि थी. क्रिप्टो डॉट कॉम को ऑडिट के दौरान लगभग सात महीने बाद उनकी गलती का पता चलने के बाद परिवार का अल्पकालिक सपना एक बुरे सपने में बदल गया. मनिवेल और उनकी बहन पर अब कानूनी कार्रवाई हो रही है और उन्हें ब्याज सहित बड़ी रकम वापस करने का आदेश दिया गया है. उनकी गलती थी कि उन्होंने बड़े रिफंड की जांच करने के बजाय पैसे खर्च करना शुरू कर दिया.
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