फिटनेस ट्रेनर ने 50 मिनट में करवाए 368 पुश-अप, मौत जैसी हो गई हालत; अस्पताल ले गए और
Fitness Trainer: खेलों की दुनिया में अनुशासन बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन यह भी जरूरी है कि हम मानव सहनशक्ति की सीमा को समझें. खेलों में अनुशासन बनाए रखने के लिए खिलाड़ियों को कड़ी मेहनत और टाइम मैनेजमेंट की आवश्यकता होती है.
Fitness Trainer Class: खेलों की दुनिया में अनुशासन बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन यह भी जरूरी है कि हम मानव सहनशक्ति की सीमा को समझें. खेलों में अनुशासन बनाए रखने के लिए खिलाड़ियों को कड़ी मेहनत और टाइम मैनेजमेंट की आवश्यकता होती है. हालांकि, कुछ मामलों में शारीरिक दंड के रूप में अनुशासन बनाए रखना सही नहीं होता और हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सभी को चौंका दिया है.
एक अमेरिकी फुटबॉल कोच पर आरोप हैं कि उसने खिलाड़ियों को मामूली गलतियों के लिए इतनी कड़ी सजा दी कि इसके परिणामस्वरूप उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. यह घटना टेक्सास के रॉकवाल-हीथ हाई स्कूल से जुड़ी है, जहां कोच जॉन हैरेल ने 6 जनवरी 2023 को छात्रों को 400 पुश-अप्स करने के लिए मजबूर किया था.
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मामूली गलतियों के लिए गंभीर सजा
रिपोर्ट्स के अनुसार, कोच हैरेल ने छात्रों को 50 मिनट की कड़ी ट्रेनिंग सत्र में हर छोटी गलती के लिए 16 पुश-अप्स करने का आदेश दिया. अगर किसी खिलाड़ी ने 23 गलतियां कीं, तो उसे कुल 368 पुश-अप्स करने पड़े. इस खतरनाक सजा के कारण 26 खिलाड़ियों को गंभीर शारीरिक समस्या हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.
छात्रों को अस्पताल में तब भर्ती किया गया जब यह पता चला कि वे मांसपेशियों के टूटने से पीड़ित थे. यह चोटें उनके लिए जीवन को प्रभावित करने वाली हो सकती थीं. बाद में यह भी सामने आया कि कोच हैरेल ने खिलाड़ियों को मामूली गलतियों के लिए, जैसे गलत कपड़े पहनना, आपस में बात करना या गलत व्यवहार दिखाना, यह सजा दी थी.
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कोच पर सजा और न्यायिक प्रक्रिया
इस घटना के बाद कोच हैरेल को स्कूल द्वारा छुट्टी पर भेज दिया गया. मामला अदालत में पहुंचा, लेकिन कोच के खिलाफ कोई आपराधिक आरोप नहीं लगाए गए. कुछ मामलों को अदालत से बाहर सुलझा लिया गया, जबकि कुछ अभी भी अनसुलझे हैं. यह घटना सिर्फ शारीरिक नुकसान का कारण नहीं बनी, बल्कि छात्रों की मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ा. उनके लिए यह एक मानसिक आघात था कि इतनी मामूली गलतियों के लिए उन्हें इतनी कड़ी सजा दी गई, जो शारीरिक रूप से भी हानिकारक साबित हुई.