Shahjahanpur Incident: एक 17 साल की लड़की खुशी गौतम हाल ही में सुर्खियों में आई, जब उसके पेट में 16 सेंटीमीटर लंबा बालों का एक असाधारण द्रव्यमान पाया गया. इस असामान्य घटना ने चिकित्सा पेशेवरों को भी चकित कर दिया. सिंदौली जिले के अमदार गांव की निवासी खुशी कई दिनों से तेज पेट दर्द, बेचैनी और लगातार उल्टी से पीड़ित थी. उसके परिवार ने उसे शाहजहांपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसकी स्थिति को समझने के लिए कई टेस्ट किए. एक सीटी स्कैन से उसके पेट के अंदर एक ट्राइकोबेज़ोअर (बालों का एक बड़ा द्रव्यमान) का पता चला. जैसे ही डॉक्टरों को इस बारे में पता चली तो तुरंत ही ऑपरेशन करना सही समझा. 


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ऑपरेशन के दौरान सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. विभीर जैन के नेतृत्व में डॉ. आदित्य कुमार सिंह और डॉ. गौरव, एनेस्थेसिया विभाग के प्रमुख के साथ सर्जिकल टीम ने खुशी के पेट में बालों का एक बड़ा गुच्छा पाया. ऐसे गुच्छे को ट्राइकोबेज़ोअर कहा जाता है. उसके गंभीर लक्षणों सहित स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर रहा था.


मेडिकल कॉलेज की प्रोफेसर डॉ. पूजा त्रिपाठी ने बताया कि शुरू में मेडिकल टीम को संदेह था कि खुशी को किडनी स्टोन हो सकता है. हालांकि, सीटी स्कैन से उसके पेट में बालों का एक बड़ा जमावड़ा पता चला. डॉ. पूजा त्रिपाठी ने नोट किया कि ऐसे मामले अत्यंत दुर्लभ हैं और खुशी की स्थिति को बालों का सेवन करने की उसकी आदत के कारण बताया, जिसे ट्राइकोटिलोमेनिया के रूप में जाना जाता है. इस व्यवहार से उसके पाचन तंत्र में बालों के गोले का निर्माण हुआ.


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खुशी के माता-पिता ने खुलासा किया कि उसे बालों का सेवन करने की एक बुरी आदत थी, जिसे ट्राइकोटिलोमेनिया के रूप में जाना जाता है.इस व्यवहार के परिणामस्वरूप उसके पेट में बालों का एक गुच्छा बन गया. सफल सर्जिकल हस्तक्षेप ने उसके लक्षणों का समाधान किया, और खुशी की स्थिति तब से सुधरी है. यह मामला ट्राइकोटिलोमेनिया से जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों को रेखांकित करता है और गंभीर चिकित्सा जटिलताओं को रोकने के लिए जल्दी हस्तक्षेप और उपचार की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है. फिलहाल खुशी अब ठीक हो रही है.