Snake Venom In Horses: कहते हैं कि सांप धरती के सबसे खतरनाक जीवों में से एक है. सांप की कुछ जहरीली प्रजाति होती हैं जिनके काटने से इंसान या जानवर कुछ ही मिनटों या फिर सेकेंड्स में मर सकता है. हालांकि, अगर किसी भी इंसान के शरीर में जहर फैल जाए तो उसे रोकने के लिए सांप का ही जहर काम करता है. इसे ही हम साइंटिफिक भाषा में एंटीडोट या फिर एंटीवेनम कहते हैं. चलिए जानते हैं आखिर कैसे?


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आखिर क्यों सांप का ही जहर जरूरी?  


सांपों के मुंह में अलग-अलग तरह का जहर होता है, जैसे कि थूक. ये जहर उन्हें शिकार को पकड़ने और खुद को बचाने में मदद करता है. कुछ सांपों जैसे ताइपन और किंग कोबरा का जहर बहुत खतरनाक होता है. इनका जहर इतना जहरीला होता है कि इंसान या जानवर कुछ ही सेकंड में मर सकते हैं. कोबरा का जहर हमारे दिमाग को प्रभावित करता है, जबकि वाइपर सांप का जहर हमारे खून को खराब कर देता है. सांप के काटने पर एक खास दवाई दी जाती है जिसे एंटी वेनम कहते हैं. ये दवाई सांप के जहर का असर खत्म कर देती है.


घोड़ों से कैसे तैयार होता है एंटीडोट?


नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, जब सांप किसी को काट लेता है, तो उसका जहर पूरे शरीर में फैल जाता है और जान को खतरा हो जाता है. इस खतरे को दूर करने के लिए डॉक्टर एक खास दवाई देते हैं जिसे एंटी वेनम कहते हैं. ये दवाई घोड़ों की मदद से बनाई जाती है. घोड़ों को नियंत्रित और थोड़ा-थोड़ा करके सांप का जहर दिया जाता है. तब घोड़े के शरीर में खुद ही एक एंटीबॉडी बन जाती है जो सांप के जहर को खत्म कर देती है. यही दवाई हमें दी जाती है.


घोड़े के प्लाज्मा से तैयार होता है एंट


सांप के जहर के खिलाफ एंटीबॉडी वाले प्लाज्मा को प्राप्त करने के लिए, घोड़ों के रक्त से प्लाज्मा को अलग किया जाता है. इस प्लाज्मा को कई चरणों वाली जटिल प्रक्रिया से गुजारा जाता है ताकि इसे मानव उपचार के लिए उपयुक्त बनाया जा सके. घोड़ों की शक्तिशाली प्रतिरक्षा प्रणाली उन्हें छोटी मात्रा में विष को सहन करने और एंटीबॉडी उत्पन्न करने में सक्षम बनाती है. इस प्रकार, घोड़े एंटीवेनम उत्पादन के लिए आदर्श जानवर हैं. यह प्रक्रिया उन क्षेत्रों के लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जहां सर्पदंश आम हैं.