नई दिल्ली : दुनिया की सबसे ऊंचे पहाड़ माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने का सपना हर कोई देखता है और कुछ लोग इसे पूरा करने के लिए जोश और उस्ताह के साथ सारे काम छोड़कर निकल पड़ते हैं. वो वक्त और था जब इक्का-दुक्का लोग ही माउंट एवरेस्ट की चोटी पर झंडा लहराने में कामयाब हो पाते थे, लेकिन अब माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले लोगों की संख्या काफी बढ़ गई है. हालात ये है कि माउंट एवरेस्ट के रास्ते पर पर्वतारोहियों को लंबी-लंबी लाइन लगानी पड़ रही है, ताकि वह रास्ता पार सके.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हालात ये है कि कई घंटों तक लोगों को लाइन में लगे रहने पड़ रहा है, जिसके बाद भी वह 4 से 5 कदम ही चल पा रहे हैं. ऊंचे पहाड़ों पर कई घंटों तक लाइन में लगने के कारण पर्वतारोहियों की सेहत खराब हो रही है. गुरुवार को यहां जिन तीन लोगों की मौत हुई है, उनमें से दो भारतीय और एक ऑस्ट्रेलियाई है. बुधवार को जो दो मौत हुईं उनमें एक भारतीय और एक अमेरिकी है. 



जिन दो भारतीयों की गुरुवार को मौत हुई है, उनमें से कल्पना दास (52) और निहाल बागवान (27) हैं. इनकी मौत शिखर से नीचे आने को दौरान हुई. 12 घंटे तक भीड़ में खड़े रहने के कारण बागवान की मौत हुई. जब शेरपा गाइड उन्हें नीचे कैंप चार में लेकर आए तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. 


सोशल मीडिया पर वायरल हुईं तस्वीरें
माउंट एवरेस्ट पर एक साथ इतनी भीड़ पहुंचने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही हैं. कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इसे पागलपन कह रहे हैं, तो कुछ लोगों का कहना है कि माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए एक नया नियम बनाया जाना चाहिए, ताकि कम से कम यहां पर पहुंचे सके, जिससे प्राकृतिक सांसधनों को हानि न हो.