Trending News: दुनिया में कई ऐसे अपराध हैं, जिनकी जांच सालों से चल रही है, और अब तक वे हल नहीं हो पाए हैं. ऐसा ही एक मामला 1971 में अमेरिका में हुआ था, जब एक शख्स ने एक प्लेन हाईजैक कर लिया था. उसने सरकार से पैसे और पैराशूट मांगा, और जब उसे ये मिल गए, तो वह गायब हो गया. उसके बाद से उसकी कोई खबर नहीं आई. हाल ही में, दो भाइयों को अपने घर के कबाड़ में एक पुराना पैराशूट मिला. जब उन्होंने इसे देखा, तो उन्हें अपने मृत पिता की याद आई. उन्हें ऐसा लगा कि उनके पिता ही वह शख्स थे, जिसने वह हाईजैकिंग की थी. जैसे ही यह बात सामने आई, पुलिस ने तुरंत इसकी जांच शुरू कर दी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: गुलाब के पकौड़े और नीम के पराठे के बाद अब बची हुई रोटियों से तैयार हुआ वायरल पकवान!


1971 में बोइंग विमान के हाइजैकिंग मामले में शामिल थे डीबी कूपर


 यॉर्क पोस्ट वेबसाइट के अनुसार, नॉर्थ कैरोलाइना के दो भाइयों, चैंटे और रिक मैकॉय तृतीय, को कुछ साल पहले अपने घर के कबाड़ में एक पुराना पैराशूट मिला. यह पैराशूट उनके पिता रिचर्ड मैकॉय जूनियर का था, लेकिन जब उन्होंने इसे देखा, तो उन्हें एक चौंकाने वाली बात का एहसास हुआ. उन्हें लगा कि उनके पिता ही वह शख्स थे, जो 1971 में बोइंग विमान के हाइजैकिंग मामले में शामिल थे और डीबी कूपर के नाम से कुख्यात थे. यह पता उन्हें काफी पहले चल चुका था, लेकिन उन्होंने इसे सार्वजनिक नहीं किया था, क्योंकि उनकी मां जीवित थीं और वह नहीं चाहते थे कि यह बात सामने आए. यह पैराशूट एक खास तरह से डिजाइन किया गया था, बिल्कुल उसी तरह जैसे डीबी कूपर ने अपनी डिमांड में मांगा था. अब यह खुलासा हुआ है कि उनके पिता ही वह हाइजैकर हो सकते हैं, जिनकी तलाश पुलिस और एफबीआई को वर्षों से थी.


पिता रिचर्ड मैकॉय जूनियर का क्रिमिनल बैकग्राउंड था


साल 2020 में जब भाइयों की मां की मौत हुई, तो चैंटे और रिक मैकॉय तृतीय ने सबसे पहले एक एविएशन यूट्यूबर, डैग ग्रेडर से संपर्क किया. डैग ग्रेडर ने इस पैराशूट पर वीडियो बनाएं, और वीडियो को देखकर एफबीआई ने 2023 में इस मामले की फिर से जांच शुरू की. इससे पहले, 2016 तक एफबीआई का कहना था कि डीबी कूपर केस की जांच बंद कर दी गई थी.  हालांकि दोनों भाइयों के पिता रिचर्ड मैकॉय जूनियर का क्रिमिनल बैकग्राउंड था, जो इस केस में शक का कारण था. रिचर्ड जूनियर ने पहले अमेरिका के ऊटाह में एक प्लेन हाईजैक करने की कोशिश की थी, लेकिन वह नाकाम रहे और उन्हें जेल भेज दिया गया था. बाद में, वह जेल से भाग निकले और पुलिस से मुठभेड़ में मारे गए. यही कारण था कि एफबीआई ने शुरू में इस मामले को हल नहीं किया था, लेकिन अब इस नए खुलासे के बाद जांच फिर से शुरू कर दी गई है.


ये भी पढ़ें: 20 साल की उम्र के कारण फ्लैटमेट्स ने किया इनकार, पीपीटी बना कर नई रुममेट की खोज में निकली लड़की!


पुलिस और एयरलाइन ने उसकी डिमांड पूरी की और उसे पैसे और पैराशूट दिए


डीबी कूपर का केस एक बहुत ही रहस्यमय और हैरान करने वाला मामला है. 24 नवंबर 1971 को एक शख्स ने डैन कूपर के नाम से नॉर्थवेस्ट ओरियंट एयरलाइन्स में टिकट बुक करवाया. यह फ्लाइट सिएटल जा रही थी, लेकिन फ्लाइट के दौरान, इस शख्स ने एक एयर होस्टेस को एक नोट दिया, जिसमें कहा गया कि उसके बैग में बम है. उसने धमकी दी कि अगर उसे 2 लाख डॉलर नहीं दिए गए, तो वह सबको मार डालेगा. इसके साथ ही उसने 4 पैराशूट भी मांगे. 


सिएटल पहुंचने के बाद, पुलिस और एयरलाइन ने उसकी डिमांड पूरी की और उसे पैसे और पैराशूट दिए. इसके बदले में, उसने 36 यात्रियों को छोड़ दिया, लेकिन क्रू के सदस्यों को अपनी गिरफ्त में रखा. फिर फ्लाइट मेक्सिको सिटी के लिए उड़ने लगी, लेकिन अचानक कूपर ने प्लेन से पैराशूट की मदद से छलांग लगा दी और तब से उसका कोई पता नहीं चला.  हालांकि, 1980 में कुछ नोट जो उस समय कूपर को दिए गए थे, वे बरामद हुए, जिससे यह मामला और भी रहस्यमय हो गया. कूपर का आज तक कुछ पता नहीं चला, और उसकी पहचान एक बड़ा रहस्य बनी हुई है.