Assam Police: जैसा कि अब पेट्रोल-डीजल गाड़ियों को पीछे छोड़ते हुए लोग इलेक्ट्रिक और सीएनसी वाहनों की तरह रुख कर रहे हैं. वहीं, एक शख्स ने गाड़ियों के बजाय अपने स्कूटर को बेचकर घोड़ा खरीद लिया है. गोहपुर के नॉर्थ असम टाउन में एक स्थानीय व्यवसायी दिबाकर कोइराला ने अपने लिए एक घोड़ा खरीदा. 50 साल के दिबाकर कोइराला ने हाल ही में ट्रांसपोर्ट में अधिक सुविधाजनक साधन के पक्ष में अपना स्कूटर बेच दिया.


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स्कूटर बेचकर खरीद लिया घोड़ा


दिबाकर कोइराला ने कहा, “कुछ महीने पहले, जब मैं अपने स्कूटर से मार्केट की तरफ जा रहा था तभी एक पुलिसवाले ने मुझे रोक लिया. उसने मुझे हेलमेट न पहनने पर 500 रुपये का जुर्माना लगा दिया. मैंने उन्हें समझाने की कोशिश की कि उन्होंने उस समय हेलमेट क्यों नहीं पहन रखा था, लेकिन वे अपनी बात पर अड़े रहे. फिर मैंने इसके बाद जुर्माना दे दिया, लेकिन यह एक्सपीरियंस मेरे लिये बेहद ही दुखद था. अगले दिन, मैंने स्कूटर को बेच दिया और फिर अपने घर एक घोड़ा ले आया."


घोड़े पर डेली मार्केट जाता है शख्स


मीडिया में आई खबर के मुताबिक, गोहपुर टाउन में दिबाकर कोइराला ने ट्रैफिक चालान काटे जाने के बाद दो साल पहले 80,000 रुपये में खरीदा गया स्कूटर 60,000 रुपये में बेच दिया. उन्होंने घोड़े पर 6,000 रुपये खर्च कर दिए और वह इसकी देखभाल करते हैं. गौर करने वाली बात यह है कि वह घोड़े पर बैठकर अपने होटल और दोस्तों के घर जाते हैं. उनको डेली मार्केट जाते समय अपने नए तरह के परिवहन की सवारी करते हुए देखा जाता है. 


उन्होंने आगे कहा, "दरअसल, घोड़े की सवारी करने से मुझे लाइसेंस की जरूरत नहीं होगी. मुझे अब हेलमेट और प्रदूषण सर्टिफिकेट की टेंशन नहीं है. अब तो घोड़े को केवल घास और चारा खिलाने और समय पर नहलाने की जरूरत है." फिलहाल, स्कूटर के बजाय घोड़े को अपना सवारी बनाने का फैसला अनोखा है.