Indian Railways Incident In Chandauli: रेलवे स्टेशन पर कभी-कभी ऐसी घटनाएं घटित होती हैं, जिन्हें देखकर आम आदमी की सांसें थम जाती हैं. लेकिन कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो ऐसी घटनाओं में अपने साहस और तत्परता से दूसरों की जान बचाते हैं. एक ऐसा ही उदाहरण देखने को मिला गुरुवार की देर शाम डीडीयू रेलवे स्टेशन पर, जहां एक आरपीएफ जवान ने एक यात्री की जान को बचाकर उसे नई जिंदगी दी. इस घटना ने न केवल उस जवान की बहादुरी को उजागर किया, बल्कि रेलवे सुरक्षा बल की तत्परता को भी साबित किया.


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प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच में फंसा


घटना 15743 अप फरक्का एक्सप्रेस की थी, जो प्लेटफार्म नंबर 6 से प्रस्थान करने वाली थी. जब ट्रेन सिंगल मिलने के बाद चलने लगी, तभी एक यात्री ट्रेन में चढ़ने के दौरान लड़खड़ा गया और ट्रेन के गेट से गिरकर प्लेटफार्म और ट्रेन के गैप के बीच फंस गया. यात्री का आधा शरीर प्लेटफार्म पर था, जबकि बाकी का हिस्सा ट्रेन के गेट पर लटक रहा था. यह दृश्य देखकर वहां खड़े लोग हक्का-बक्का रह गए, लेकिन आरपीएफ जवान होरी प्रसाद ने मौके पर तत्काल कार्रवाई की और अपनी चाक-चौबंद फुर्ती से यात्री की जान बचा ली.


 



 


होरी प्रसाद ने अपनी फुर्ती-साहस का दिया परिचय 


आरपीएफ पोस्ट डीडीयू के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत ने बताया कि आरक्षी होरी प्रसाद और उनके अन्य बल के सदस्यों की ड्यूटी छठ पर्व के दौरान यात्रियों की भीड़ को सुरक्षित गाड़ियों में चढ़ाने और गाड़ियों के सुरक्षित प्रस्थान के लिए थी. इसी दौरान यह घटना घटित हुई. जैसे ही उन्होंने देखा कि एक यात्री गिर रहा है, होरी प्रसाद ने अपनी फुर्ती और साहस का परिचय दिया. वह बिना किसी संकोच के दौड़े और गिरते यात्री को अपनी पूरी ताकत से पकड़ा. उसके बाद उन्होंने गिरते यात्री को सुरक्षित रूप से ट्रेन के भीतर खींच लिया. इस दौरान ट्रेन अपनी गति से चली जा रही थी, लेकिन आरक्षी की तत्परता ने यात्री की जान बचा ली.


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घटना के बाद जब यात्री को सुरक्षित ट्रेन में बैठाया गया, तो जांच में यह पाया गया कि उसे किसी प्रकार की कोई चोट नहीं आई थी. आरपीएफ जवान होरी प्रसाद की यह बहादुरी उनके द्वारा खेले गए "खो-खो" खेल की फुर्ती को भी साबित करती है. वे इस खेल के माहिर खिलाड़ी हैं, और उनकी फुर्ती और सही समय पर निर्णय लेने की क्षमता ने इस घटना में किसी की जान बचा ली.