जॉब पाने के लिए शख्स बन गया डिलीवरी बॉय, पेस्ट्री के डिब्बे में भेजा रेज्यूमे; अजीबोगरीब Idea हुआ वायरल
Job Resume In Pastry Box: ट्विटर यूजर अमन खंडेलवाल ने जोमैटो डिलीवरी एक्जीक्यूटिव की तरह तैयार होकर एक एम्प्लॉयर का ध्यान आकर्षित करने का फैसला किया और पेस्ट्री के एक बॉक्स में बेंगलुरु में स्टार्टअप्स को अपना रिज्यूमे दिया.
Zomato Delivery Executive: नौकरी पाना उतना आसान नहीं है जितना पहले हुआ करता था और अब लोगों को डेली बेसिस पर रिजेक्शन लेटर मिलते हैं. भरोसेमंद भर्ती करने वालों को ढूंढना मुश्किल है, और इस समस्या को ठीक करने के लिए इस व्यक्ति के पास एक अनोखा आइडिया आया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जी हां, ट्विटर यूजर अमन खंडेलवाल (Aman Khandelwal) ने जोमैटो डिलीवरी एक्जीक्यूटिव (Zomato Delivery Executive) की तरह तैयार होकर एक एम्प्लॉयर का ध्यान आकर्षित करने का फैसला किया और पेस्ट्री के एक बॉक्स में बेंगलुरु में स्टार्टअप्स को अपना रिज्यूमे दिया.
शख्स ने अनोखे तरीके से बनाया अपना रेज्यूमे
अमन खंडेलवाल ने रिज्यूमे भेजने के लिए अनोखा तरीका अपनाया. उसने अपने रिज्यूमे को एक पेस्ट्री के डिब्बे में भरा और फिर उसमें दो पाइनएप्पल पेस्ट्री भी रखा. उसे बेंगलुरु के स्टार्टअप को भेज दिया, जिसकी तस्वीर अब सोशल मीडिया पर तहलका मचा रही है. उन्होंने खाने के डिब्बे और जोमैटो टी-शर्ट पहने हुए खुद की एक तस्वीर साझा की. पेस्ट्री के बॉक्स में एक मैसेज लिखा हुआ था, 'ज्यादातर रिज्यूमे कूड़ेदान में चले जाते हैं लेकिन मेरा वाला आपके पेट में जाएगा.'
ट्विटर पोस्ट में लिखी ऐसी अनोखी बात
खंडेलवाल ने पोस्ट के कैप्शन में लिखा, "एक @zomato डिलीवरी बॉय के रूप में तैयार मैंने पेस्ट्री के एक बॉक्स में अपना रिज्यूम दिया. इसे बेंगलुरु में स्टार्टअप्स के एक ग्रुप को दिया. क्या यह @peakbengaluru पल है.' रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमन खंडेलवाल मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर नौकरी की तलाश में हैं. हालांकि, ज़ोमैटो डिलीवरी एक्जीक्यूटिव के रूप में उनका पोज लोगों को सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़ा कर रहा है.
पोस्ट को देखने के बाद लोगों ने दिए ऐसे रिएक्शन
एक यूजर ने लिखा, 'क्या यह सिर्फ मैं ही हूं जिसे यह न सिर्फ अटपटा लग रहा है, बल्कि सुरक्षा मानकों पर शक हो रहा है. क्या जोमैटो/स्विगी के डिलीवरी बॉय के रूप में बहाना बनाना इतना आसान है?' एक अन्य यूजर ने लिखा, 'प्वाइंट यह नहीं है कि वह स्टार्टअप के पास गया और वहां कोई सुरक्षा नहीं है. सुरक्षा की कमी किसी के साथ दुर्व्यवहार करने का एक वैध कारण नहीं है. तथ्य यह है कि इसे दोहराया जा सकता है और गोपनीयता और सुरक्षा की अंतर्निहित भावना का उल्लंघन किया जा सकता है.'
ये खबर आपने पढ़ी देश की सर्वश्रेष्ठ हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर.