India-Pakistan Relations: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने पाकिस्तान लौटते ही भारत के खिलाफ जहर उगला है. वह शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक में शामिल होने के लिए गुरुवार (4 मई) को भारत पहुंचे थे.


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बिलावल ने कहा कि उन्होंने सदस्य देशों के सामने कश्मीर पर सैद्धान्तिक स्थिति रखी गई. कश्मीर पर हमारे रुख में कोई बदलाव नहीं आया है. जब तक भारत अपना एकतरफा फैसला वापस नहीं लेता, तब तक बात नहीं बनेगी.


बता दें अगस्त 2019 में भारत द्वारा जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लिए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के फैसले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में काफी गिरावट आई.


एस जयशंकर पर साधा निशाना
बिलावल भुट्टो ने विदेश मंत्री एस जयशंकर पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा भारतीय मंत्री बीजेपी की भावना का प्रतिनिधित्व कर रहे थे जो मुसलमानों के खिलाफ नीतियों को बढ़ावा देती है और कहा कि भारतीय सत्ताधारी पार्टी और आरएसएस मुझे और हर पाकिस्तानी को 'आतंकवादी' घोषित करना चाहती है.’


एस जयशंकर ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी
बता दें शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी पर ‘आतंकवाद उद्योग का प्रवर्तक, उसे उचित ठहराने वाला और एक प्रवक्ता” होने का आरोप लगाया था.


जयशंकर ने एससीओ बैठक में भाग लेने भारत आए पाकिस्तानी विदेश मंत्री को तब आड़े हाथों लिया जब इससे पहले बिलावल भुट्टो-जरदारी ने भारत पर निशाना साधते हुए ‘कूटनीतिक फायदे के लिए आतंकवाद को हथियार’ के तौर पर इस्तेमाल नहीं करने की बात कही थी.


जयशंकर ने कहा, ‘आतंकवाद के शिकार लोग आतंकवाद पर चर्चा करने के लिए आतंकवाद के अपराधियों के साथ नहीं बैठते हैं.‘


जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर जयशंकर ने कहा, ‘यह इतिहास है. नींद से उठिए और सच को स्वीकार करिए.’