China Economy Crisis: बेशक चीन खुद को सबसे ताकतवर और मजबूत अर्थव्यवस्था होने का दावा करता हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है. कोरोना महामारी से उत्पन्न हुई परिस्थितियों ने चीन की अर्थव्यवस्था को भी पटरी से उतार दिया है. पहले रियल एस्टेट संकट, फिर बैंकों का संकट और अब चीन की सबसे बड़ी कंपनी अलीबाबा में भी बड़ा संकट सामने आया है. अलीबाबा की समस्या कितनी बड़ी है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कंपनी ने कॉस्ट कटिंग के तहत करीब 10,000 कर्मचारियों को काम से निकाल दिया है. मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी में हाल ही में हुई 9,241 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी के बाद अब कुल कर्मचारियों की संख्या करीब 245,700 रह गई है.


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आय में 50 पर्सेंट की आई कमी


छंटनी के बाद अलीबाबा ने जून तिमाही में शुद्ध आय में 50 प्रतिशत की कमी के साथ 22.74 बिलियन युआन की गिरावट दर्ज की है, जो कि 2021 में इसी समय के दौरान 45.14 बिलियन युआन से कम है." अलीबाबा के अध्यक्ष और सीईओ डैनियल झांग योंग ने कहा कि टेक कंपनी की योजना इस साल के अंत तक लगभग 6,000 नए विश्वविद्यालय स्नातकों को अपने हेडकाउंट में जोड़ने की है.


कई टेक कंपनियां कर चुकी हैं छंटनी


बता दें कि पिछले कुछ समय में अलग-अलग टेक कंपनियां लगातार अपने स्टाफ की छंटनी कर रही है. क्रंचबेस द्वारा प्रकाशित एक विस्तृत रिपोर्ट में कहा गया है कि सिलिकॉन वैली में मौजूद कई कंपनियों ने पिछले महीने करीब 32 हजार कर्मचारियों को जॉब से निकाल दिया. इनमें ट्विटर, टिकटॉक, शॉपिफाई, नेटफ्लिक्स और कॉइनबेस जैसी कंपनियां शामिल हैं.


ट्विटर ने कुछ महीने पहले 30 पर्सेंट स्टाफ को निकाला था


द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया कि एलन मस्क के ट्विटर अधिग्रहण सौदे के दौरान  माइक्रो-ब्लॉगिंग कंपनी ट्विटर ने भी करीब 30 प्रतिशत स्टाफ को नौकरी से निकाल दिया था. सूत्रों का कहना है कि कंपनी का खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है. यही वजह है कि इतने बड़े स्तर पर छंटनी की गई थी.