China building solar hydro projects near LAC with India: सैन्य और कूटनीतिक स्तर की कई दौर की बातचीत के बावजूद चीन पूर्वी लद्दाख में अपनी सेना को पीछे क्यों नहीं कर रहा है, इसके पीछे की वजहें अब धीरे-धीरे उजागर होने लगी हैं. सूत्रों के मुताबिक चीन पूर्वी लद्दाख में ऐसी क्षमताओं का निर्माण कर रहा है, जिससे अतिक्रमण करके आगे बढ़ चुके उसके सैनिकों को परमानेंट सपोर्ट मिल सके और आखिर में थककर भारत इस स्थिति को न्यू-नॉर्मल मान ले.


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एलएसी पर बना रहा ये 2 अहम प्रोजेक्ट


सूत्रों के अनुसार चीन पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में कई हाइडेल और सोलर पावर प्लांटों का निर्माण कर रहा है, जिससे वहां पर बड़ी मात्रा में बिजली का निर्माण होगा. इस बिजली को लद्दाख के बेहद ठंडे तापमान में जमे चीनी सैनिकों (Chinese Army) के कैंपों में भेजा जाएगा. जिससे वे सर्द मौसम में भी पूरे दम-खम के साथ भारतीय सैनिकों (Indian Army) का सामना कर सकें. 


वर्ष 2020 में चीनी सेना ने की धोखेबाजी


सैन्य सूत्रों के मुताबिक चीनी सेना (Chinese Army) हर साल गर्मियों में लद्दाख (Eastern Ladakh) में सैन्य अभ्यास के लिए इकट्ठा होती थी और उसके बाद वापस चली जाती थी. लेकिन वर्ष 2020 में उसने धोखेबाजी की और पीछे वापस जाने के बजाय वह आगे निर्जन पड़े भारतीय इलाकों में घुसकर बैठ गई. इसकी भनक लगने के बाद भारतीय सेना (Indian Army) ने भी तुरंत एक्शन लिया और बड़ी संख्या में पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में सैनिकों और हथियारों को एयरलिफ्ट कर वहां तैनात किया है. वर्तमान में वहां दोनों देशों के 50-50 हजार सैनिक और भारी हथियार तैनात हैं. 


भीषण ठंड से बेहाल हैं चीनी सैनिक


चूंकि भारतीय सेना को सियाचिन समेत ऊंचे इलाकों में तैनाती का बेहतर अनुभव है. इसलिए उसके सैनिकों को इस तैनाती से कोई दिक्कत नहीं हुई है. हालांकि चीनी सैनिकों (Chinese Army) को इतनी भयंकर ठंड में रहने की आदत नहीं है, इसलिए उनकी हालत खराब हो गई है. बीते 3 साल से लद्दाख (Eastern Ladakh) के ऊंचे पहाड़ों में जमे चीनी सैनिकों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खासकर ठंड के महीनों में तो उनकी क्षमता जवाब दे जा रही है.


भारतीय सेना भी कर रही जवाबी तैयारी


चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में अपने मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर में काफी सुधार किया है. उसने अपने सैनिकों को बड़ी संख्या में ठहरने लायक कई ठिकाने और गांव बनाए हैं. इसके साथ ही वह सरहद पर बड़ी मात्रा में सैन्य तैनाती को बरकरार रखने के लिए बुनियादी सुविधाओं का विस्तार कर रहा है. चीन की इन हरकतों पर भारत (Indian Army) की भी तीखी नजर है. 


पीएलए से निपटने के लिए सैनिक-हथियार तैनात


उसने चीनी सेना (Chinese Army) से निपटने के लिए पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में बराबर की मात्रा में सैनिक और हथियार तैनात कर रखे हैं. इसके साथ ही आर्मी की फॉर्मेशन में बदलाव कर अब उन्हें पाकिस्तान के बजाय चीन केंद्रित बनाया गया है, जिससे पाकिस्तान-चीन की ओर से कोई दुस्साहस होने पर वह उन्हें जवाब दे सके.