पाकिस्तान में चीन की टैंक वाली साजिश, ड्रैगन ने VT-4 टैंक की तकनीक PAK को दी
सूत्रों के मताबिक चीन ने VT-4 टैंक की नई तकनीक पाकिस्तान को दी है. VT-4 चीन का प्रमुख युद्धक टैंक है जिसे MBT-300 भी कहते हैं. चीन में बने VT-4 टैंक को थर्ड जेनेरेशन टैंक माना जाता है, जिसका इस्तेमाल PLA करती है.
नई दिल्ली: भारत की पराक्रमी सेना के आगे घुटने टेकने वाला चीन (China) अब पाकिस्तान (Pakistan) के साथ मिलकर भारत के खिलाफ रणनीति बना रहा है. लद्दाख में हारे चीन को अब उस पाकिस्तान का सहारा चाहिए जो अपने आतंकवादी चाल, चरित्र और चेहरे के लिए पूरी दुनिया में बदनाम हो चुका है.
सूत्रों के मताबिक चीन ने VT-4 टैंक की नई तकनीक पाकिस्तान को दी है. VT-4 चीन का प्रमुख युद्धक टैंक है जिसे MBT-300 भी कहते हैं. चीन में बने VT-4 टैंक को थर्ड जेनेरेशन टैंक माना जाता है, जिसका इस्तेमाल PLA करती है. दरअसल चीन, पाकिस्तान के 350 टैंकों को बेहतर करने के लिए VT-4 टैंक की टेक्नोलॉजी बेच रहा है.
पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल बाजवा ने पाकिस्तान के एक फील्ड फायरिंग रेंज में इस तरह के टैंक के प्रदर्शन का जायजा लिया. इस बीच पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें जनरल बाजवा एक टैंक पर बैठकर पोज दे रहे हैं. जिस टैंक पर वो बैठे हैं वो टैंक पाकिस्तान का नहीं है. चीन का है. नाम है VT-4. जो चीन के तीसरी पीढ़ी का मेन बैटल टैंक है. इस टैंक को चीन ने पाकिस्तान को दिया है. जनरल बाजवा इसी टैंक के पराक्रम को देखने झेलम स्थित फायरिंग रेंज पहुंचे थे. बाजवा ने टैंक का एक्शन देखा. उन्होंने टैंक का निरीक्षण किया.
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भारत के खिलफ छद्म युद्ध लड़ रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान भारत के खिलाफ चार युद्धों में बुरी तरह पराजित हो चुका है. अब वो आतंकवादियों के सहारे भारत के खिलाफ छद्म युद्ध लड़ रहा है. आतंकवाद की फैक्ट्री चलाने वाले पाकिस्तान को चीन मदद कर रहा है. चीन पाकिस्तान को 120 अल-खालिद-1 टैंक बनाने में मदद दे रहा है. पाकिस्तान की सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए चीन हर साल 25 अल-खालिद-1 टैंक तैयार करने में पाकिस्तान को सैन्य सहायता देगा.
सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने ये भी जानकारी दी है कि चीन की कंपनी NORINCO पाकिस्तान की T-85 टैंक का अपग्रेडेशन करेगी इसके लिए पाकिस्तान और चीन की सहमति भी हो गई है. चीन 90 से ज्यादा तकनीकी रूप से खराब पाकिस्तान के T-85 टैंकों की मरम्मत करेगा.
दरअसल पाकिस्तान चीन के आर्थिक और सामरिक विस्तारवाद का बड़ा मोहरा है. चीन पाकिस्तान को आर्थिक गुलाम बना चुका है. इसके साथ ही पाकिस्तान को सैन्य मदद देकर भारत के खिलाफ उसका इस्तेमाल करने की रणनीति पर काम कर रहा है.